गला घोंटकर दफनाया: कब्र से जिंदा निकली टीचर, प्रेम प्रसंग की अनोखी कहानी

 

कर्नाटक के चिकबल्लापुर में एक महिला योगा टीचर को निर्वस्त्र करने के बाद मारपीट, गला घोंटने और दफनाने का मामला सामने आया है। हालांकि, योगा टीचर होने के कारण महिला ने सांस साधकर हमलावर को चकमा दिया और जिंदा बच गई। चिकबल्लापुर पुलिस ने शुक्रवार को बताया कि मामला प्रेम प्रसंग से जुड़ा था।

घटना 23 अक्टूबर को चिकबल्लापुर से 30 किलोमीटर दूर सुनसान जगह पर हुई। दफनाए गए गड्ढे से बाहर निकलकर 34 साल की योगा टीचर ने गांव वालों की मदद मांगी। गांववालों से कपड़े मांगने के बाद वह सीधे पुलिस स्टेशन पहुंची। पुलिस ने शिकायत दर्ज करने के बाद महिला का मेडिकल कराया। केस में अब तक 6 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। मामले में बिंदु, सतीश रेड्डी समेत 6 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है।

कर्नाटक के चिकबल्लापुर में रहने वाली बिंदु नाम की महिला को अपने पति पर योगा टीचर के साथ अफेयर का शक हुआ। महिला ने अपने दोस्त सतीश रेड्डी से योगा टीचर पर नजर रखने को कहा। रेड्डी बेंगलुरु का रहने वाला है। वह एक प्राइवेट डिटेक्टिव भी है। रेड्डी ने 3 महीने पहले योगा टीचर से योगा क्लास लेनी शुरू की और इसी बहाने उसने योगा टीचर का भरोसा जीता। 23 अक्टूबर को वह योगा टीचर को शहर घूमाने ले गया। योगा टीचर के मुताबिक, शहर घुमाने के दौरान रेड्डी शहर के बाहर सुनसान जगह ले गया।

इसके बाद उसने योगा टीचर के कपड़े उतारकर मारपीट करने लगा। मरपीट के बाद रेड्डी ने योगा टीचर का केबल से गला घोंटा। योगा टीचर ने पहले बेहोश होने का नाटक किया। फिर सांस लेने की खास टेक्नीक से मरने का नाटक किया। रेड्डी ने उसे मृत समझकर एक गड्ढे में दफना दिया। इसके बाद रेड्डी ने अपने दोस्तों की मदद से योगा टीचर के जेवर लूटे, मिट्टी डाली और मौके से भाग गए।पुलिस ने बताया कि योगा टीचर गांववालों की मदद से गड्ढे से बाहर निकली।

उसने गांववालों से कपड़े मांगे और फिर पुलिस स्टेशन पहुंचकर रिपोर्ट दर्ज कराई।विक्टिम योगा टीचर का मेडिकल कराया गया। किडनैपिंग, मर्डर की कोशिश और BNS की अन्य धाराओं के तहत केस दर्ज किया जा चुका है। पुलिस ने बताया कि जिस कार से योगा टीचर को किडनैप किया गया था। वह बेंगलुरु से कुछ दिन पहले चुराई गई थी। आरोपी महिला बिंदु और सतीश रेड्डी के बीच ऑनलाइन ट्रांजेक्शन भी हुए हैं। जांच के बाद ही केस की पूरी जानकारी दी जाएगी।

रिपोर्ट में सामने आया है कि महिलाओं के खिलाफ अपराध की दर (प्रति 1 लाख जनसंख्या पर घटनाओं की संख्या) 2021 में 64.5% से बढ़कर 2022 में 66% हो गई है। इसमें से 2022 के दौरान 19 महानगरों में महिलाओं के खिलाफ अपराध के कुल 48 हजार 755 मामले दर्ज किए गए, जो 2021 (43 हजार 414 केस) की तुलना में 12.3 % ज्यादा हैं। NCRB की रिपोर्ट में बताया गया है कि 2022 के क्राइम डेटा के हिसाब से महिलाओं के खिलाफ 65 हजार 743 मामलों के साथ उत्तर प्रदेश टॉप पर था। इसके बाद महाराष्ट्र (45331 केस) और राजस्थान (45058 केस) का नंबर था। महिला अपराधों के मामले में पश्चिम बंगाल चौथे नबंर पर था।

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