उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर से बड़ी खबर सामने आई है. यहां समाज के लोगों को एकजुट करने के मकसद से भदोही से बीजेपी सांसद विनोद बिंद ने दावत का आयोजन किया. लेकिन दावत में बकरे की बोटी को लेकर ऐसा विवाद मचा कि बाद में यह घातक मारपीट में तब्दील हो गया. यहां एक लड़के ने खाने के लिए प्लेट आगे की. युवक को सब्जी का सिर्फ सूप ही मिला. जब उसने देखा कि बोटी तो उसे मिली ही नहीं, वह नाराज हो गया.
उसने खाना परोस रहे लड़के को जोरदार थप्पड़ मार दिया. बस फिर क्या था देखते ही देखते वहां माहौल बिगड़ गया.दोनों युवकों में मारपीट शुरू हो गई. फिर वहां मौजूद अन्य लोग भी इसका हिस्सा बन गए. दोनों युवकों के साथ आए लोग आपस में लड़ने लगे. वहां रखी बाल्टी और अन्य बर्तनों से एक-दूसरे पर हमला कर दिया. हमले में कई लोगों का तो सिर भी फट गया. किसी के हाथ और पैर में चोट आई. अन्य लोग घबराकर यहां वहां भागने लगे. फिर किसी तरह मामला शांत कराया गया और दोबारा से दावत शुरू हुई.
मामला करसड़ा स्थित सांसद कार्यालय का है. विनोद बिंद मिर्जापुर की मझवां सीट से विधायक थे. उनके सांसद बनने के बाद यह सीट खाली हुई है. इस हंगामे के बाद सांसद डॉ. विनोद बिंद के प्रतिनिधि उमा बिंद का बयान सामने आया. बोले- यह सब विपक्ष की चाल है. मझवां उपचुनाव में बिंद समाज को एकजुट करने के लिए गुरुवार को दावत रखी गई थी. दावत में सिर्फ 200 लोगों को बुलाया गया था.
लेकिन 1000 से भी ज्यादा लोग यहां पहुंच गए थे. जिन्हें नहीं बुलाया गया वो भी यहां आ गए थे. उन लोगों ने शराब पीकर मारपीट की. उमा बिंद ने कहा- सांसद विनोद बिंद तो कार्यक्रम में 10 मिनट रुकने के बाद चले गए थे. यह हंगामा उनके जाने के एक घंटे बाद शुरू हुआ. हंगामे के बाद कुछ देर के लिए दावत बंद कर दी गई. लेकिन बाद में दोबारा से दावत शुरू कर दी गई.