वाराणसी- उदय प्रताप कॉलेज (यूपी कॉलेज) को यूपी सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड ने अपनी संपत्ति बताई है। इससे संबंधित एक लेटर सोशल मीडिया पर लोग पोस्ट करने लगे। यह लेटर 6 साल पुराना है। शुक्रवार को जुमे की नमाज पढ़ने के लिए 500 से ज्यादा नमाजी कॉलेज परिसर में इकट्ठा हो गए। अमूमन यहां जुमे पर 20 से 25 लोग ही नमाज अदा करने आते थे। 4 दिन पहले CM योगी इस कॉलेज के 115वें स्थापना समारोह में आए थे। उन्होंने कॉलेज को यूनिवर्सिटी बनाने की घोषणा की। अचानक नमाजियों की संख्या बढ़ने से पुलिस हरकत में आ गई है। पुलिस जवान तैनात कर दिए गए हैं। 100 एकड़ में फैले यूपी कॉलेज में नवाब टोंक की मस्जिद व कचनार शाह की मजार है। यह सब करीब 3 बिस्वा में फैला हुआ है। यहां मुस्लिम नमाज अदा करने आते हैं।
वाराणसी के भोजूबीर इलाके में रहने वाले वसीम अहमद ने साल 2008 में यूपी सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड में लेटर लिखकर दावा किया कि कॉलेज परिसर की भूमि वक्फ की संपत्ति है, जिस पर कॉलेज प्रशासन ने कब्जा कर रखा है। इसी परिसर में नवाब टोंक की मस्जिद है। इस शिकायत के बाद यूपी सेंट्रल वक्फ बोर्ड ने यूपी कॉलेज को 6 दिसंबर, 2018 को नोटिस जारी किया। नोटिस सुन्नी सेंट्रल वक्फ बोर्ड के सहायक सचिव आले अतीक की तरफ से जारी हुआ। इसमें कहा गया कि जवाब नहीं देने पर इस कॉलेज की जमीन को वक्फ बोर्ड की संपत्ति के तौर पर रजिस्टर कर लिया जाएगा। सुन्नी सेंट्रल बोर्ड की तरफ से जारी नोटिस 14 दिसंबर, 2018 को कालेज पहुंची। नोटिस मिलते ही कालेज प्रशासन से लेकर यहां पढ़ने वाले स्टूडेंट्स में भी आक्रोश फैल गया। उस वक्त यूपी कालेज शिक्षा समिति के सचिव यूएन सिन्हा ने नोटिस का जवाब दिया। बताया कि वक्फ बोर्ड में गलत शिकायत दर्ज कराई गई है। कॉलेज का शैक्षणिक माहौल खराब करने की साजिश हुई है। किसी मानसिक विकृत शख्स ने वक्फ बोर्ड को गलत जानकारी दी है। बोर्ड के पास अगर जमीन से संबंधित कोई डीड है, तो उपलब्ध कराए, ताकि कॉलेज प्रशासन उसका जवाब दे सके।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ 25 नवंबर, 2024 को वाराणसी के उदय प्रताप कॉलेज के 115वें संस्थापना समारोह में बतौर मुख्य अतिथि आए थे। योगी ने कहा- उत्तर प्रदेश और बिहार के छात्रों के लिए शिक्षा का द्वार खोलने के वाले यूपी कॉलेज को विश्वविद्यालय का दर्जा दिलाया जाएगा। कॉलेज प्रशासन एक सादे पेपर पर आवेदन कर दें, सरकार मान्यता दे देगी। उनके यहां से वापस जाने के बाद से ही अचानक वक्फ बोर्ड का वो लेटर वायरल हो रहा है, जिसमें यूपी कालेज की जमीन वक्फ की संपत्ति होने का दावा किया गया था। इसके बाद जुमे की नमाज पढ़ने के लिए यहां 500 से ज्यादा लोग पहुंच गए। अमूमन जुमे पर 20 से 25 लोग ही पहुंचते थे। वाराणसी के भोजूबीर इलाके में 100 एकड़ में उदय प्रताप कालेज का कैंपस है। इंटर तक छात्र-छात्राओं की यूपी इंटर कॉलेज और रानी मुरार बालिका इंटर कालेज में पढ़ाई अलग-अलग होती है। डिग्री कालेज के साथ ही पब्लिक स्कूल, मैनेजमेंट, कम्प्यूटर समेत अन्य शैक्षणिक कोर्स चलते हैं। कॉलेज के स्पोर्ट्स ग्राउंड ने देश को कई ओलंपियन दिए हैं। हाकी और बास्केट बॉल के साथ ही यूपी कॉलेज का कृषि विभाग अग्रणी भूमिका निभाता है। ADCP टी. सरवन ने कहा- वक्फ बोर्ड के लेटर को लेकर जांच हो रही है। जुमे की नमाज को देखते हुए फोर्स तैनात की गई थी। अब कॉलेज कैंपस में 15 जवानों की एक टुकड़ी तैनात रखी जाएगी।