फतेहपुर। उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग के तत्वाधान मे राष्ट्रीय कृषि योजना के अंर्तगत कृषि विकास मे औद्योगिक फसलों की भूमिका विषय पर दो दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया गया जिसमे कृषि वैज्ञानिकों द्वारा किसानों को जानकारी दी गयी। साथ ही सब्जियों की प्रदर्शनी लगाने वाले प्रतियोगित 14 किसानों को प्रतीक चिन्ह देकर उत्साहवर्धन किया गया।
मंगलवार को शहर के प्रेक्षागृह मे राष्ट्रीय कृषि योजना के अंर्तगत कृषि विकास मे औद्योगिक फसलों की भूमिका विषय पर दो दिवसीय सेमिनार का आयोजन किया गया जिसमे मुख्य अतिथि के रूप मे अयाह शाह विधायक विकास गुप्ता ने शिरकत की। सेमिनार मे कृषि विज्ञान केन्द्र से आये हुए वैज्ञानिकों ने किसानों को खेती मे लागत कम करने के साथ बेहतर प्रबंध के जरिये उत्पादन बढ़ाकर किसानों की आय बढाये जाने पर चर्चा की। मुख्य अतिथि विकास गुप्ता ने किसानों को सम्बोधित करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्य नाथ ने किसानों के दर्द को महसूस करते हुए उनके लिए अनेकों योजनाओं को चलाने का काम किया है। दोनों सरकारें चाहती हैं कि 2022 तक किसानों की आय को दुगना किया जा सके जिसके लिए सरकार प्रयासरत है। किसानों को वैज्ञानिक आधार पर पारम्परिक खेती के साथ ही औद्योगिक खेती करने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है। उन्होनें कहा कि किसान रासायनिक खादों की जगह जैविक खादों एवं प्रमाणिक बीजों का प्रयोग करें। साथ ही उपकरणों की मदद से सिचाई करके अपनी लागत घटा सकते हैं। उन्होनें कहा कि किसान अपनी समस्याओं का वैज्ञानिक समाधान लेने के लिए कृषि विज्ञान केन्द्र के वैज्ञानिकों से सलाह ले सकते हैं। इस मौके पर जिला उद्यान अधिकारी अवनीश कुमार श्रीवास्तव, कृषि विज्ञानिक डाॅ0 शैलेन्द्र कुमार सिंह, डाॅ0 साधना वैश्य, डाॅ0 आरके सिंह, डाॅ0 शिशिर कुमार, डाॅ0 मीरा केशरवानी के अलावा बड़ी संख्या मे किसान मौजूद रहे।