लखनऊ: विधानसभा के बाहर पति ने पत्नी और तीन बच्चों के साथ आत्मदाह करने की कोशिश की। वह 5 लीटर की पिपलिया में ढाई लीटर पेट्रोल लेकर पहुंचा था। पेट्रोल डालते देख विधानसभा के पास तैनात सुरक्षा कर्मी मौके पर पहुंचे। सभी को पकड़कर हजरतगंज थाने भेजा। यहां पूछताछ में उसने इलाके के दबंगों द्वारा परेशान करने का आरोप लगाया। उसने कहा- हमको मर जाने दो साहब। हम बहुत दुखी हैं। हालांकि हजरतगंज पुलिस ने परिवार को कार्रवाई का आश्वासन देकर घर भेज दिया है। निगोहां पुलिस से भी मामले को लेकर बातचीत की गई है।आत्मदाह करने आए युवक का नाम राजकमल रावत है। वह थाना निगोहां क्षेत्र का रहने वाला है। वह पत्नी नीतू कुमारी तीन छोटे बच्चे- जिया, रुद्रांश जियांशी (8 महीना) के साथ आत्मदाह करने पहुंचा था।
राजकमल का कहना है- ‘विपक्षी शहंशाह, इशरत अली और समीर अली ने झूठे आरोप में फंसा दिया है। कुछ दिन पहले धारा 307 का मुकदमा लगवाया। इसके चलते 3.5 महीने जेल में रहा। अब जेल से रिहाई मिलने के बाद भी परिवार को परेशान किया जा रहा है।’ आत्मदाह करने पहुंचा राजकमल एक हफ्ते पहले जेल से छूटा है। इसके लिए न्यायालय में मानसिक सतुंलन ठीक न होने का प्रमाण पत्र लगाया था। आरोप है कि प्रापर्टी डीलर शंहशाह से उसका पैसों का विवाद चल रहा था। इसी बात को लेकर उसने गोली भी चलाई थी।