प्रशासन की मौजूदगी में हो होलिका दहन, अन्यथा…..! उच्च न्यायालय का आदेश, सुरक्षित स्थान पर होलिका दहन
फतेहपुर। नये साल के आगमन के साथ ही त्योहारों ने अपनी दस्तक देनी शुरू कर दी है। होली का त्योहार भी नजदीक है। होली रंगों का त्योहार है। वह त्योहार जिसके रंग में रंग कर सब अपने गमों को भुलाते हैं और खुशियों के रंग में रंग जाते हैं। लेकिन कई बार कुछ अराजकतत्व इसी रंग में भंग डालने के उद्देश्य से आपसी प्रेम और सौहार्द को बिगाड़ने का असफल प्रयास करने लगते हैं। ऐसा ही एक मामला बिंदकी तहसील व थाना क्षेत्र के गांव कोरवां का सामने आया है। जहां कुछ अराजकतत्वों ने अनुसूचित जाति के लोगों का इस्तेमाल कर गांवों के शांति प्रिय माहौल को बिगाड़ने का प्रयास किया है। अराजकतत्वों द्वारा अनुसूचित जाति के लोगों द्वारा याकूब के घर के सामने होलिका दहन कर माहौल खराब करने के उद्देश्य से बीते दो वर्ष पहले भी इसी तरह की कोशिश की गयी थी। जिस पर हाफिज याकूब सहित गांव के तमाम मुस्लिम समाज के लोगों सहित ग्राम प्रधान ने उपजिलाधिकारी व जिलाधिकारी को शिकायती प्रार्थना पत्र देकर गांव के बाहर होलिका दहन करने की मांग कर गांव में अमन चैन कायम करने की गुहार लगाई थी। जिस पर तत्कालीन लेखपाल व नायब तहसीलदार ने मामले की जांच कर अपनी रिपोर्ट में दर्शाया था कि होलिका दहन स्थान के आसपास भारी संख्या में मकान बने हैं। जिससे होलिका दहन के समय भीषण अग्निकांड के साथ भारी जान माल की हानि हो सकती है। जिसके बावजूद स्थानीय प्रशासन ने अराजकतत्वों के हौंसले बुलंद करते हुये कोई न्यायहित में कदम नहीं उठाये। जिससे हाफिज याकूब व ग्राम प्रधान सहित ग्रामीणों ने उच्च न्यायालय इलाहाबाद की शरण में माथा टेककर न्याय की गुहार लगाई। तब जिलाधिकारी के आदेश पर स्थानीय प्रशासन हरकत में आया और अपनी डोर फंसती देख आनन-फानन उच्च न्यायालय के आदेश के अनुपालन में गांव के बाहर होलिका दहन स्थल पर बोर्ड गाड़ दिया कि होलिका दहन गाटा संख्या 873 क्षेत्रफल 200 वर्ग मीटर के अंदर ही सुरक्षित होलिका दहन होगा और आबादी के अंदर जबरियन होलिका दहन कर माहौल खराब करने व दहन के समय किसी तरह की हानि होने पर कड़ी कार्यवाही की जायेगी। जिसके बावजूद कुछ अराजकतत्व अनुसूचित जाति को बहला फुसलाकर गांव के अंदर फिर से होलिका दहन करने का अफवाह फैलाकर माहौल खराब करने का जहां असफल प्रयास कर रहे हैं। वहीं उच्च न्यायालय के आदेश की अवहेलना भी करने की नाकाम कोशिश कर रहे हैं। ऐसी दशा में स्थानीय तहसील व पुलिस प्रशासन द्वारा ऐसे लोगों को चिन्हित कर कड़ी कार्यवाही करने के साथ साथ चिन्हित स्थान पर सुनिश्चित होली दहन कराने में मुस्तैद रहकर शांति व्यवस्था काम करायें। ताकि रंगों के त्योहार शांति पूर्वक मनाया जाये।