सालाना उर्स के मौके पर हुआ कामयाब मुशायरा!
शायरों के रूहानी कलाम पर झूमे जायरीन!
शाहजहांपुर-१९ मार्च २०१९!
(न्यूज़ वाणी से इमरान सागर)
हज़रत शाह शम्सुददीन मियां रहमतुल्लाह अलैह के १८४ वें सालाना उर्स के मौके पर बीती रात अज़ीमुश्शान तरही मनकबती मुशायरा हुआ, जिसमें शायरों ने बेहतरीन रूहानी कलाम से श्रोताओं को देर रात तक आनंदित किया! मुशायरे का आग़ाज़ क़ारी निज़ामुददीन ने तिलावत- ए- कुरआन व हम्द से किया!
जिले के तिलहर नगर स्थित शाह शमशुद्दीन मियाँ के १८४ वें उर्स की पहली रात मुशायरे में लखनऊ से आए मशहूर शायर हैं ने नात कुछ यूँ सुनाई-फहीम बिलमिल ने मनकबत पेश कते हुए कहा
खूब सूरत और भी दुनिया में है यूँ, तू मगर जिससे है, उस दिल को रगबत, शाह शमशुद्दीन हैं!!
शाद पीलीभीती ने कहा-रहती दुनिया तक रहेगी, हमपे जो साया फिगन, फारफत की ऐसे एक छत शाह शमशुद्दीन है!!
अज़मत शाहवादी ने कहा-सब करे तारीफ, अपने-अपने पीरो की मगर, मेरे दिल में सिर्फ, असमत शाह शमशुद्दीन है!!
असगर यासर शाहजहाँपुरी ने कहा-कादरी निसबत से, यासर हम जहाँ में सूरखरू, आप ही की बदौलत तो बदौलत,शाह शमशुद्दीन है!
इनके अलावा मुशायरे में मुख्तार तिलहरी, अजमत शाहाबादी, वाजिद हुसैन, अकरम तिलहरी, शमशाद आतिफ, अख्तर हुसैन अख्तर कांटवी, आफताब कामिल, उवैस खां शिफा, रेहान तिलहरी आदि ने मनकबत पेश की कलाम पेश किया। अध्यक्षता काज़ी शहर मो0 अकरम सलीम ने की तथा संचालन मुख्तार तिलहरी ने किया। इस मौके पर सैयद बिलाल, रहतुल्ला खां, अफसर मियां खैरपुरी, महमूद खां लाडले मियां, सैयद मतलूब अली, महबूब हुसैन, चन्दा खाँ, सैयद काशिफ अली, वसीम फरीदी, एजाज खां, अनवार मियां, इंतेजार मियां, सैयद शारिक आदि मौजूद रहे। आखिर में सज्जादानशीन इकबाल हुसैन उर्फ फूल मियां ने सभी का शुक्रिया अदा किया।