उत्तर प्रदेश के फतेहपुर जिले में बड़ौदा यूपी बैंक सफाई कर्मचारी संघ ने एजेंसी के माध्यम से वेतन भुगतान के प्रस्ताव का विरोध किया है। कर्मचारियों ने रीजनल बड़ौदा यूपी बैंक के डीआरएम को ज्ञापन सौंपकर सीधे बैंक से वेतन भुगतान जारी रखने की मांग की है।
संघ के रीजन अध्यक्ष राम आसरे ने बताया कि कर्मचारी कई वर्षों से बैंक की सेवा कर रहे हैं और उन्हें हर महीने सीधे बैंक से मजदूरी का भुगतान किया जाता था। अब बैंक प्रशासन द्वारा एक चयनित एजेंसी के माध्यम से सेवाएं लेने की बात चल रही है, जिसका कर्मचारी विरोध कर रहे हैं।
कर्मचारियों का कहना है कि उनका एक मुकदमा माननीय औद्योगिक न्यायाधिकरण (सीजीआईटी) लखनऊ में विचाराधीन है। यह केस संख्या 48/2013, महामंत्री बड़ौदा यूपी बैंक एम्प्लॉइज यूनियन बनाम उत्तर प्रदेश ग्रामीण बैंक के रूप में दर्ज है, जिसमें बैंक प्रबंधन भी एक पक्षकार है।
इस मामले की अगली सुनवाई 25 नवंबर 2025 को निर्धारित है। कर्मचारियों ने मांग की है कि जब तक इस मुकदमे का फैसला नहीं आ जाता, तब तक कोई नई व्यवस्था लागू न की जाए और उन्हें आउटसोर्सिंग कर्मचारी न बनाया जाए।
ज्ञापन सौंपने वालों में राम आसरे, धीरज कुमार पूर्व सभासद, सुरेश कुमार, जितेंद्र कुमार, संतोष कुमार, धर्मेंद्र कुमार, अनिल कुमार, पप्पू, रमेश चंद, मुलायम, ननकू प्रसाद, राधा, नंद, बुद्धि, आकाश कुमार, बबलू, शिवकुमार और राकेश सहित कई कर्मचारी मौजूद रहे।
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