मौनी महाराज ने ज़िला अधिकारी से पुजारी हत्या काण्ड की सीबीआई जांच की मांग की।
रायबरेली ब्यूरो। रिपोर्ट-(संदीप विश्वकर्मा) ऊँचाहार के बाबा का पुरवा गांव में बने राम जानकी मंदिर मामले में एक बार फिर तूल पकड़ लिया है कल कुछ लोगों द्वारा मंदिर पर पहुंचकर कब्जा करने के विरोध में आज सगरा आश्रम के मौनी महाराज जिलाधिकारी कार्यालय पहुंच गए और उन्होंने ज्ञापन देते हुए मामले की सीबीआई जांच कराने की मांग की साथ ही मामले में नामजद आरोपियों के खिलाफ कार्यवाही की भी मांग की डीएम ने भी उन्हें कार्रवाई करने का आश्वासन दिया और ज्ञापन प्रदेश के मुख्यमंत्री के नाम दिया गया था जिसे जिलाधिकारी नेहा शर्मा ने तत्काल शासन को भेजने की बात भी कही
दरअसल ऊँचाहार के बाबा के पुरवा गांव में राम जानकी मंदिर का निर्माण कई वर्षों पहले हुआ था उस समय इस के महान सत्यनारायण महाराज के मंदिर के अधिकार मैं कई एकड़ जमीन सड़क किनारे है जिसकी कीमत करोड़ों में इस जमीन पर क्षेत्र के कुछ लोगों की नजर पड गई और यहीं से विवाद शुरू हो गया इसी बीच महंत की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई जिसके बाद शिष्य महंत प्रेमदास ने मंदिर की कमान संभाली इस बीच कुछ लोगों ने मंदिर की बेशकीमती जमीन पर कब्जा कर लिया था बाबा प्रेमदास में जमीन को खाली कराने के लिए न्यायालय का दरवाजा खटखटाया जहां से उन्हें जीत भी मिली लेकिन इसी बीच 2 जनवरी को प्रेमदास का चौक मंदिर के गेट पर रस्सी से लटकता मिला जिससे मंदिर प्रशासन के लोगों व ग्रामीणों ने इसे हत्या करार दिया यही से मामले ने तूल पकड़ लिया घंटों बाद पुलिस प्रशासन की मनाने के बाद बाबा के शव को पुलिस ने कब्जे में लिया बाबा के शिष्यों द्वारा दी गई तहरीर के आधार पर मुकदमा पंजीकृत किया गया कुछ लोग गिरफ्तार भी किए गए लेकिन समय बीतने के साथ ही मामला ठंडे बस्ते में चला गया कल कुछ लोग एक बोलेरो पर सवार होकर मंदिर परिसर में पहुंचे और वहां कब्जा करने की कोशिश करने लगे लेकिन मौजूदा महंत गोविंद दास के शोर मचाने पर ग्रामीणों को आता देख वहां से भाग खड़े हुए इसकी जानकारी जैसे ही मौनी महाराज को हुई आज वह डीएम से मिलने के लिए डीएम कार्यालय पहुंचे और उन्होंने मामले की सीबीआई जांच के साथ ही पुराने मामले में वांछित आरोपियों की गिरफ्तारी की भी मांग की साथ ही विवेचना ट्रांसफर करने के नाम पर करोड़ों की घूस देने का भी आरोप लगाया
वहीं जब इस पूरे मामले पर जिला अधिकारी नेहा शर्मा से बात की गई तो उन्होंने बताया कि मंदिर प्रकरण मैं मोनी महाराज के साथ कुछ लोग आए थे उनकी बातों को सुना गया है और मामले पर लोकल प्रशासन को उचित कार्यवाही करने का आदेश भी दे दिया गया है वह उनके द्वारा दिए गए मुख्यमंत्री के ज्ञापन को भी शासन को भेज दिया जाएगा और जल्दी अगर विवेचना में कोई भी लापरवाही की गई है तो दोषियों पर कड़ी कार्यवाही भी की जाएगी फिलहाल अब देखना यह होगा कि दोषियों को क्लीन चिट मिल जाने के बाद किस स्तर पर जांच होती है और कब तक दोषियों पर कार्यवाही की जाती है या तो आने वाला समय ही बताएगा
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