कार्य के नाम पर शून्य, निर्माण कार्य में आए धन का हुआ बंदरबांट।
रायबरेली ब्यूरो। ऊँचाहार ब्लाक के अन्तर्गत खरौली से कुटीगोकना निकट गोकना से को गंगा कटरी क्षेत्र से जाने वाली कच्ची मार्ग का पुल मनरेगा योजना के अन्तर्गत लाखों की लागत से मानक को ताक पर रखकर बनाया गया जिसके नाम पर सूत्रों की माने तो पैसा निकाला गया लेकिन उसका मरम्मत नही किया गया जिसके कारण ही मार्ग का पुल वर्षात मे ही बह जाने से आवागमन बाधित हो गया है।
बताते चले कि ग्राम पंचायत खरौली के ग्राम पंचायत के मनरेगा योजना के अन्तर्गत सन् 2015 मे लाखों की लागत से खरौली से कुटीगोकना मार्ग कच्चा गया है।जिस मार्ग पर मनरेगा योजना के खर्च से अस्थाईपुल शीषी निर्मित पाइप डालकर मिट्टी से पटाई किया गया।ये मार्ग महत्वपूर्ण इसलिए है क्योकि इस मार्ग से आने जाने वाले सैकडों राहगीर व स्कूली बच्चे तक है मार्ग गंगाकटरी का होने पर हुए वर्षात पर पुल बह गया मार्ग की दषा ये है कि मार्ग मे गड्ढे के साथ साथ मार्ग तालाब जैसा दिख रहा है।जिसके कारण गंगा स्नार्थियों को व राहगीर एवं स्कूली बच्चों के साथ साथ मवेषीचरूहारो तक को परेषानियों का सामना करना पड़ रहा है।ये मार्ग से जहां तीन किलोमीटर का ये मार्ग पूरा करने के लिए पडोसी गांव गोकना कुटी खरौली तीरकापुरवा पूरे जगत कन्हैयाबख्स पूरे लोक जार्जीगढ़ पूरे तीर पूरे पदम आदि समेत दो दर्जन गांवो के लोगों के साथ साथ राहगीर व स्नार्थियों एवं स्कूली बच्चों को 10किलोमीटर घूमकर खरौली से पूरे कुषलपानी टंकी से गोकना के मध्य आना जाना पड रहा है हलाकि पैदल आने जाने वाले लोग इस मार्ग पर सूखा बगल के तालाब मे कूदकर खेतो के सहारे जानजोखिम मे डालकर आते जाते है जबकि वर्षात होने पर ये मार्ग पूर्णतयः बद होने पर परेषानियों का सामना उठाना पैदल आने जाने वाले लोगों तक को उठाना पड रहा है।जिसको लेकर ग्रामीण बब्लू राममनोहर दिनेष देशराज आदि का कहना है कि मनरेगा योजना के पैसों का बंदरबांट किया गया है जिसकी जांच हुई तो गंगा कटरी के मार्ग के नाम पर लाखों रूपए डकारने वाले जिम्मेदार अधिकारी व कर्मचारी के साथ साथ ग्राम पंचायत के जनप्रतिनिध की पोल खुलना तय है।उधर बीडीओ रिचा सिह ने बताया कि हमारे कार्यकाल से पहले का मामला है जिसकी जांच करवाकर वैधानिक कार्यवाही किया जाएगा।