नई दिल्ली, पाकिस्तान क्रिकेट टीम अपने घरेलू दर्शकों के बीच एक बार फिर से टेस्ट क्रिकेट खेलने को तैयार है। गुरुवार से दो टेस्ट मैचों की सीरीज के पहले मुकाबले में पाकिस्तान की टीम श्रीलंका के खिलाफ रावलपिंडी में खेलने उतरेगी। पाकिस्तान में 10 साल बाद कोई टीम टेस्ट सीरीज खेलने आई है। श्रीलंका ही वो टीम थी जिसने पाकिस्तान आखिरी बार टेस्ट मैच खेला था और अब उसी से दोबारा यहां टेस्ट क्रिकेट की शुरुआत होगी।
पाकिस्तान की सरजमीं पर दस साल के बाद पहली बार कोई विदेशी टीम टेस्ट मैच खेलने जा रही है। साल 2009 श्रीलंका की टीम ने यहां आखिरी बार टेस्ट मैच खेला था और अब दोबारा से वही यहां टेस्ट मैच को खेलने जा रही है। श्रीलंका की टीम पर हुए आतंकी हमले के बाद ये पाकिस्तान के दौरे पर कोई भी टेस्ट टीम नहीं आई।
दो मैचों की टेस्ट सीरीज का आगाज
बुधवार 11 दिसंबर का दिन इतिहास के पन्नों में दर्ज होने वाला है। पाकिस्तान क्रिकेट के लिए इससे ज्यादा खुशी का मौका नहीं हो सकता। 10 साल के लंबे अंतराल के बाद पाकिस्तान में टेस्ट क्रिकेट की वापसी हो रही है। श्रीलंका की टीम टेस्ट चैंपियनशिप के तहत पाकिस्तान में दो टेस्ट मैच खेलने वाली है। पहला मैच 11 से 15 दिसंबर को रावपिंडी में खेला जाएगा। वहीं दूसरा मुकाबला 12 से 16 दिसंबर के बीच कराची में होना है।
2009 में श्रीलंका की टीम पर हुआ था आतंकी हमला
श्रीलंका की टीम 2009 में 2 मैचों की टेस्ट सीरीज खेलने के लिए पाकिस्तान के दौरे पर थी। दो दिन के खेल के बाद तीसरे दिन के खेल के लिए जब श्रीलंका की टीम स्टेडियम की तरफ जा रही थी तभी उनपर आतंकी हमला हुआ था। मैच के बाकी तीन का खेल रद कर दिया गया था और श्रीलंका की टीम वापस स्वदेश लौट गई थी। 2009 के बाद यह पहला मौका है जब कोई विदेशी टीम पाकिस्तान टेस्ट खेलने पहुंची है।