रायपुर . मुख्य सचिव आरपी मंडल के दो दिनों के दौरों के बाद किसानों के हित में धान खरीदी में आ रही दिक्कतों को दूर करते हुए बड़ा फैसला किया है। इसके मुताबिक अब किसान तीन के बजाए पांच बार धान बेच सकेंगे। इस तरह से किसानों को दिए गए टोकन के साफ्टवेयर को भी मोडिफाई किया गया है। जिन किसानों को अगले 15 दिनों के लिए टोकन दिया गया है, वे उन्हीं की मदद से अपना धान बेचकर ही जा सकेंगे।
सीएस मंडल मंगलवार को ओडिसा की सीमा से लगे देवभोग के झाखरपारा खरीदी केंद्र में मिली अव्यवस्था पर जमकर बिफरे। उन्होंने किसानों के सामने ही उनकी शिकायतें सुनी और फौरी तौर पर जिला खाद्य अधिकारी (डीएफओ) एचके डड़सेना निलंबित करने का मौखिक आदेश दिया। इस पर डीएफओ ने यह कहकर माफी मांगी कि अव्यवस्था सुधार ली जाएगी तो सीएस ने तीन दिनों का अल्टीमेटम दिया। इस दौरान खाद्य सचिव डॉ. कमलप्रीत सिंह, मार्कफेड की एमडी शम्मी आबिदी भी साथ थे।
मुख्य सचिव मंडल उपार्जन केंद्र में खरीदे गए बारदानों की पैकिंग और स्टैगिंग देखकर भड़क गए। उन्होंने कलेक्टर, एसपी, एसडीएम और तहसीलदार को सामने खड़ा कर दो-टूक कह दिया कि यह बुरी बात है, यदि धान खरीदी में चूक हुई तो यह अच्छा नहीं होगा। सीएस ने बारदानों की रिकाॅर्ड पंजी दुरुस्त न होने पर भी खाद्य अधिकारी और समिति प्रबंधक नरेन्द्र तांडी को कड़ी फटकार लगाई। बोरों की स्टैगिंग तय मापदंड के अनुरूप न होने पर भी भड़के।
मंडल ने अधिकारियों से कहा कि बारदाने पर स्टैंपिंग गलत ढंग से हो रहा है। उपार्जन केंद्रों में किसानों को किसी भी प्रकार की तकलीफ न हो यह सुनिश्चित किया जाए। किसानों से चर्चा करते हुए मुख्य सचिव ने भरोसा दिलाया कि किसान किसी भी प्रकार की अफवाहों पर ध्यान न दें। 15 फरवरी तक सभी किसानों से खरीदी की जाएगी। कलेक्टर श्याम धावड़े ने बताया कि जिले के 9 उपार्जन केन्द्रों में अवैध रूप से धान विक्रय करने वाले कोचियों और बिचौलियों पर निगरानी रखी जा रही है।
अफवाह वे लोग फैला रहे हैं, जो धान खरीदी में दलाली करते रहे: भूपेश
इधर, मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने प्रदेश के किसानों को आश्वस्त किया है कि प्रदेश सरकार हर हाल में प्रति एकड़ 15 क्विंटल धान की खरीदी करेगी, इसके लिए चाहे धान खरीदी का समय बढ़ाना पड़े या धान खरीदी किश्तों की संख्या। मीडिया से चर्चा में मुख्यमंत्री ने किसानों से धान खरीदी के संबंध फैलाई जा रही अफवाहों पर ध्यान नहीं देने की अपील की है। उन्होंने कहा कि अफवाह वे लोग फैला रहे हैं, जो धान खरीदी में दलाली करते रहे हैं और दूसरे प्रदेशों का धान छत्तीसगढ़ में खपा रहे थे। धान की तौलाई और ट्रांसपोर्टिंग में गड़बड़ी करते थे। राज्य सरकार ने धान खरीदी की सुचारू और सुव्यवस्थित व्यवस्था सुनिश्चित करने के लिए अनेक कदम उठाए हैं। यदि कोई अधिकारी या कर्मचारी किसानों को परेशान करेंगे, तो उनके विरुद्ध सख्त कार्रवाई की जाएगी