महिला अपराधों के प्रति प्रदेश सरकार पर संवेदनहीन होने का आरोप लगाने वालीमहिला अपराधों के प्रति प्रदेश सरकार पर संवेदनहीन होने का आरोप लगाने वाली कांग्रेस ने फतेहपुर की घटना पर फिर हमलावर रुख अपनाया है। दुष्कर्म के बाद जलाई गई फतेहपुर की पीड़िता से मुलाकात के बाद कांग्रेस की विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा और वरिष्ठ नेता राजीव शुक्ला ने प्रदेश में कानून व्यवस्था चौपट होने की बात कही है।
कांग्रेस ने फतेहपुर की घटना पर फिर हमलावर रुख अपनाया है। दुष्कर्म के बाद जलाई गई फतेहपुर की पीड़िता से मुलाकात के बाद कांग्रेस की विधानमंडल दल की नेता आराधना मिश्रा और वरिष्ठ नेता राजीव शुक्ला ने प्रदेश में कानून व्यवस्था चौपट होने की बात कही है।
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दोनों नेताओं ने पूरे मामले की न्यायिक जांच कराने के साथ ही पीड़िता के परिवार को सुरक्षा देने की मांग की है। कांग्रेस नेताओं ने पीड़िता के परिजनों को न्याय दिलाने का भरोसा भी दिलाया। उन्हें किसी से भी न डरने की सलाह दी। कांग्रेस विधायक दल की नेता ने कहा कि पीड़ित परिवार काफी गरीब है।
ऐसे में वह प्रदेश सरकार से मांग करती हैं कि पीड़िता के परिवार को न केवल सुरक्षा और इलाज मिले, बल्कि उनकी आर्थिक मदद भी होनी चाहिए। बलात्कार पीड़िता 90 फीसदी तक जली हुई है। ऐसे में उसका बेहतर इलाज होना चाहिए। राष्ट्रीय महिल आयोग की सदस्य कमलेश गौतम ने पुलिस के इकबाल पर सवाल खड़े किए हैं।
उन्होंने कहा कि जिस तरह से घटनाएं बढ़ रही हैं, उससे ऐसा लग रहा है कि अपराधियों में पुलिस का खौफ खत्म हो गया है। उन्होंने यह भी कहा कि फतेहपुर कांड में पुलिस की भूमिका ठीक नहीं है। पीडि़त परिवार डरा हुआ है, जिसे तत्काल पुलिस सुरक्षा की जरूरत है। फतेहपुर के डीएम और एसपी को तलब किया है ताकि उनसे पूछताछ की जा सके।
कांग्रेस और प्रियंका संवेदनशील लेकिन प्रदेश सरकार नहीं
कांग्रेस नेता राजीव शुक्ला ने कहा कि महिलाओं के खिलाफ हो रहे अपराधों पर कांग्रेस और पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी तो संवेदनशील हैं, लेकिन प्रदेश सरकार नहीं। उन्होंने कहा कि उन्नाव के बाद जिस तरह से फतेहपुर में घटना हुई है, यह उसका उदाहरण है।