नई दिल्ली, भारतीय टीम के पूर्व महान बल्लेबाज लाला अमरनाथ ने आज से ठीक 86 साल पहले भारतीय टीम के लिए वो कमाल किया था जो इससे पहले कोई बल्लेबाज नहीं कर सका था। इंग्लैंड के खिलाफ मुंबई के मैदान पर लाला अमरनाथ ने भारत की ओर से पहला टेस्ट शतक अपने डेब्यू मैच में ठोका था। इससे करीब डेढ़ साल पहले भारतीय टीम ने टेस्ट क्रिकेट की शुरुआत की थी, लेकिन कोई खिलाड़ी शतक नहीं जड़ सका था।
दाएं हाथ के बल्लेबाज लाला अमरनाथ भारत की ओर से पहला शतक जड़ने वाले पहले खिलाड़ी बने थे। इतना ही नहीं, लाला अमरनाथ ने अपने डेब्यू टेस्ट मैच में ये कमाल किया था। लाला अमरनाथ ने इंग्लैंड के खिलाफ मुंबई टेस्ट मैच की दूसरी पारी में सैकड़ा जड़ा था। हालांकि, भारतीय टीम ये मुकाबला 9 विकेट से हार गई थी, लेकिन लाला अमरनाथ ने दूसरी पारी में 118 रन बनाकर साबित कर दिया था कि वो सभी से अलग हैं।
11 सितंबर 1911 को पंजाब के कपूरथला में जन्मे नानिक अमरनाथ भारद्वाज को हम लाला अमरनाथ के नाम से जानते हैं, जिन्होंने खुद क्रिकेट में तमाम ऊंचाइयों को छूआ। इसके अलावा भारतीय टीम को भी उन्होंने काफी आगे बढ़ाया। लाला अमरनाथ आजाद भारत के पहले कप्तान बने थे। साल 1952 में भारतीय टीम ने पाकिस्तान को टेस्ट सीरीज में 2-1 से हराया था। इससे पहले भारत की टीम के कई कप्तान थे, लेकिन आजादी के बाद में लाला अमरनाथ टीम इंडिया के कप्तान बने।
भारतीय टीम के लिए दो दर्जन टेस्ट मैच खेलने वाले लाला अमरनाथ इकलौते ऐसे गेंदबाज हैं, जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट के सबसे महान खिलाड़ी सर डॉन ब्रैडमैन को हिट विकेट आउट किया था। इतना ही नहीं, बतौर कप्तान लाला अमरनाथ ने सबसे पहले पाकिस्तान को मात दी थी। हैरान करने वाली बात ये भी है कि लाला अमरनाथ ने टेस्ट क्रिकेट में सिर्फ एक शतक जड़ा है और वो अपने पहले टेस्ट मैच की दूसरी पारी में जड़ा था।
मुंबई में ठोका करियर का पहला और इकलौता शतक
इंग्लैंड की टीम तीन मैचों की टेस्ट सीरीज खेलने के लिए भारत दौरे पर आई थी। इसी सीरीज के पहले टेस्ट मैच में लाला अमरनाथ ने दूसरी पारी में शतक जड़ा था। ये मुकाबला मुंबई (तब बॉम्बे) के ओल्ड जिमखाना स्टेडियम में खेला गया था। लाला अमरनाथ ने 21 चौकों की मदद से 118 रन की पारी खेली थी। लाला अमरनाथ उस जमाने के स्टाइलिश बल्लेबाजों की लिस्ट में शुमार थे।
हालांकि, विदेशी सरजमीं पर भारत के लिए टेस्ट मैच में पहला शतक ठोकने के कमाल सैयद मुश्ताक अली ने किया था, जब उन्होंने मैनचेस्टर में इंग्लैंड के खिलाफ 25 जुलाई 1936 को 17 चौकों की मदद से 112 रन बनाए थे। ये मैच ड्रॉ खेला गया था।
लाला अमरनाथ ने भारत के लिए कुल 24 टेस्ट मैच खेले, जिसमें उन्होंने पहले ही टेस्ट मैच में शतक जड़ा था और आखिर तक वे कोई और शतक नहीं जड़ पाए। एक शतक के अलावा लाला अमरनाथ के नाम चार अर्धशतक भी दर्ज हैं। लाला अमरनाथ ने 24 मैचों की 40 पारियों में 24.38 की औसत से कुल 878 रन बनाए थे। हालांकि, फर्स्ट क्लास क्रिकेट में लाला अमरनाथ के नाम 10 हजार से ज्यादा रन और 463 विकेट दर्ज हैं।
बल्लेबाजी के साथ-साथ लाला अमरनाथ आक्रमक गेंदबाजी के लिए भी जाने जाते थे। एकदम सटीक लाइन लेंथ से गेंदबाजी करने में महारत हासिल करने वाले लाला अमरनाथ के नाम टेस्ट क्रिकेट में 45 विकेट भी दर्ज हैं। लाला अमरनाथ ने पहले अखंड भारत के लिए क्रिकेट खेली, फिर आजाद भारत के लिए क्रिकेट खेली। इसके बाद उन्होंने सलेक्टर, मैनेजर और कोच जैसे कई पदों पर काम किया और भारतीय क्रिकेट को आगे ले जाने में हमेशा योगदान दिया।