विराट जिसे खोज रहे थे मिल गया वो ‘वंडर किड’, अब गांगुली की अकेडमी में करेगा ट्रेनिंग

कोलकाता,  किसी ने सच कहा है कि प्रतिभा उम्र की मोहताज नहीं। तीन साल के शेख शाहिद को ही ले लीजिए। इस बच्चे ने दो साल की उम्र में ही सचिन-विराट की तरह करारे शॉट लगाने शुरू कर दिए थे। उसकी बल्लेबाजी देख टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने उसे ‘अद्भुत’ करार दिया, तो इंग्लैंड के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज केविन पीटरसन ने कोहली से उसे भारतीय टीम में शामिल करने की सिफारिश कर डाली। क्रिकेट का यह ‘वंडर किड’ इन दिनों सोशल मीडिया पर छाया हुआ है। देश-दुनिया में उसकी बल्लेबाजी की तारीफ हो रही है।

दक्षिण कोलकाता के बेहला अंचल के शकुंतला पार्क, मूचीपाड़ा में रहने वाले शाहिद के पिता शेख शमशेर ने बताया- एक दिन मैं घर में टीवी पर भारत-आस्ट्रेलिया का क्रिकेट मैच देख रहा था। शाहिद उस वक्त दो साल का था। उसने अचानक मुझसे कहा कि उसे भी क्रिकेट खेलना है। मैंने उसे प्लास्टिक का बल्ला और गेंद लाकर दी। उसने जब शॉट लगाया तो मैं दंग रह गया। वह बिल्कुल पेशेवर क्रिकेटरों की शैली में बल्लेबाजी कर रहा था। पूछने पर कहता है कि टीवी में जैसा देखा वैसा ही किया। अगले छह महीने तक मैंने उसे घर में प्रैक्टिस कराई। ढाई साल का हुआ तो क्रिकेट एकेडमी में भर्ती करने का फैसला किया।

शमशेर ने बताया, उसे लेकर गरियाहाट के पास स्थित स्वामी विवेकानंद स्कूल ऑफ क्रिकेट पहुंचा तो वहां इतने छोटे बच्चे को भर्ती लेने से इन्कार कर दिया गया। काफी जोर देने पर कोच ने पहले बच्चे का टेस्ट लेने की बात कही। शाहिद ने पहली ही गेंद पर इतना शानदार शॉट लगाया कि कोच दंग रह गए और तुरंत उसे भर्ती ले लिया। तब से वहीं उसका प्रशिक्षण चल रहा है।

न्यू अलीपुर इलाके के एक सैलून में काम करने वाले शमशेर ने कहा- मेरे बेटे में अद्भुत प्रतिभा है पर क्रिकेट महंगा खेल है। सैलून में पूरा दिन काम करके महीने में जो छह-आठ हजार रुपये कमाता हूं, वो परिवार चलाने में खर्च हो जाता है। अगर कोई मदद करे तो मेरे बेटे का भविष्य संवर जाएगा। इस बीच, तीन साल के शाहिद को टीम इंडिया के पूर्व कप्तान एवं भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड के अध्यक्ष सौरव गांगुली की क्रिकेट एकेडमी से प्रशिक्षण का आश्र्वासन मिला है।

कोच अमित चक्रवर्ती ने बताया- हमारे यहां न्यूनतम पांच साल के बच्चे का ही दाखिला लिया जाता है। उसके पिता के काफी जोर देने पर मैंने कहा कि एक बॉल डालकर देखता हूं। शाहिद ने पहली ही गेंद पर इतना शानदार स्ट्रैट ड्राइव लगाया कि मैं अवाक रह गया। फ‌र्स्ट क्लास क्रिकेटर रह चुके 62 वर्षीय इस अनुभवी कोच ने कहा- शाहिद में विलक्षण प्रतिभा है। कोच फिलहाल शाहिद को प्लास्टिक की हार्ड गेंद और टेनिस बॉल से प्रैक्टिस करा रहे हैं। शाहिद के कद के मुताबिक लकड़ी का बल्ला तक बाजार में उपलब्ध नहीं है। कोच ने बमुश्किल एक दुकान से लकड़ी का छोटा सा बल्ला ढूंढकर उसे उपहार में दिया है।

सौरव ने लंदन से ली शाहिद की सुध

सौरव गांगुली ने गत 15 दिसंबर को लंदन से साल्टलेक के करुणामयी इलाके में स्थित अपनी क्रिकेट एकेडमी ‘वीडियोकॉन 22 या‌र्ड्स’ के निदेशक संजय दास को फोन कर शेख शाहिद के बारे में जानकारी ली। इसके बाद संजय दास ने शाहिद के कोच अमित चक्रवर्ती को फोन करके कहा कि दादा नहीं चाहते कि शेख शाहिद जैसी प्रतिभा आर्थिक तंगी के कारण खो जाए। जल्द ही उसकी स्पांसरशिप का इंतजाम उनकी क्रिकेट एकेडमी की ओर से किया जाएगा।

सोशल मीडिया पर लाखों दीवाने..

तीन साल के शाहिद की बल्लेबाजी के सोशल मीडिया पर लाखों दीवाने हैं। शाहिद जब दो साल आठ महीने का था, उस वक्त पिता ने उसकी बल्लेबाजी का एक वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट किया था। वह तेजी से वायरल हुआ और 91 लाख लाइक्स मिले। इंग्लैंड के पूर्व दिग्गज क्रिकेटर माइकल वॉन ने भी ट्वीट कर शाहिद की जमकर तारीफ की। हमवतन केविन पीटरसन ने उस वीडियो को विराट कोहली को टैग करते हुए कहा कि इस बच्चे को अपनी टीम में ले लो। इसपर विराट ने प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए पूछा कि यह बच्चा कहां से है? ये तो अद्भुत है।

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