– तलवार की कलाएं देख लोगों ने दांतो तले दबाई उंगली
– भव्य पालकी साहिब में गुरू ग्रंथ साहिब का सुशोभित हुआ स्वरूप
न्यूज वाणी ब्यूरो
फतेहपुर। दशम गुरू श्री गुरू गोविन्द सिंह जी के दो जनवरी को होने वाले 354 वें प्रकाश पर्व को लेकर सोमवार को दशमेश शस्त्र दल ने शोभा यात्रा निकाली। जिसमें शस्त्र कला का अदभुत प्रदर्शन किया। तलवारबाजी की कलाएं देख लोगांे ने दांतो तले उंगली दबा ली। प्रदर्शन में एक योद्धा द्वारा दस-दस लोगों से तलवार द्वारा लड़ना प्रमुख रहा। भव्य पालकी साहिब में गुरू ग्रंथ साहिब का स्वरूप सुशोभित किया गया। शोभा यात्रा में सिख समुदाय के अलावा हिन्दू भाई बहनों के साथ-साथ समाज के हर व्यक्ति ने सम्मिलित होकर पुण्य लाभ उठाया। शोभा यात्रा का जगह-जगह स्वागत भी किया गया।
बताते चलें कि दशम गुरू श्री गुरू गोविन्द सिंह जी का 354 वां प्रकाश पर्व आगामी दो जनवरी को शहर के रेल बाजार स्थित गुरूद्वारा में मनाया जायेगा। प्रकाश पर्व को लेकर कई दिनों से सबद कीर्तन सहित प्रभात फेरी का कार्यक्रम चल रहा है। आज गुरूद्वारा श्री गुरू सिंह सभा द्वारा दशमेश शस्त्र शोभा यात्रा का आयोजन किया गया। जो गुरूद्वारा रेल बाजार से साढ़े ग्यारह बजे निकली। यात्रा रेलवे स्टेशन, शादीपुर नाका, पटेलनगर, आईटीआई रोड, वर्मा चैराहा, कलक्टरगंज, हरिहरगंज होते हुए पुनः शाम सात बजे गुरूद्वारा साहब पहुंचकर समाप्त हुयी। रास्ते भर दशमेश शस्त्र दल ने शस्त्र कला का अदभुत प्रदर्शन किया। जिसमें आंख पर पट्टी बांधकर सिर पर केले काटना, सिर पर रखकर हथोड़े से नारियल तोड़ना, जलती आग पर खेलना तथा एक योद्धा द्वारा दस-दस लोगों से तलवार द्वारा लड़ना प्रमुख रहा। प्रदर्शन में रायबरेली, पटियाला, अम्बाला आदि शहरों से आयी संगत ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। यात्रा में कानपुर से आये पंच प्यारे के अलावा कानपुर तथा रायबरेली के दशमेश जत्थे शामिल हुए। भव्य पालकी साहिब के पीछे चल रहे पंजाब एवं फतेहपुर के बैंड ने मनमोहक धुनों से सबका मन मोह लिया। प्रकाश पर्व दो जनवरी को प्रधान ग्रन्थी गुरू बचन सिंह के नेतृत्व में मनाया जायेगा। इस मौके पर पपिन्दर सिंह, ज्ञानी गुरुबचन सिंह, जतिंदर पाल सिंह, नरिंदर सिंह रिक्की, सतपाल सिंह सेठी, वरिंदर सिंह पवी, गुरमीत सिंह उमंग, जसवीर सिंह बंटी, संत सिंह, सरनपाल सिंह सनी, दीपक मालिक, महिलाओ में हरजीत कौर, ज्योति मालिक, हरविंदर कौर, नीना, गुरप्रीत कौर ज्योति, सिमरन, खुशी आदि लोग मौजूद रहे।