डिवाइडर से टकराकर बस पलटी, पूर्व रणजी खिलाड़ी समेत दो की मौत, पांच गंभीर घायल

कानपुर,  नौबस्ता में मंगलवार रात यात्रियों से भरी तेज रफ्तार अनियंत्रित निजी बस हाईवे के सर्विस लेन के फ्लाईओवर के डिवाइडर से टकराकर पलट गई। हादसे में पूर्व रणजी खिलाड़ी समेत दो लोगों की मौत हो गई, जबकि पांच यात्री घायल हो गए। हादसे के बाद घायलों में चीख पुकार मच गई, आसपास के लोगों ने उन्हें बाहर निकाला।

प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक निजी बस सचेंडी से यात्रियों को लेकर रामादेवी जा रही थी। नौबस्ता से सवारियां बैठाने के बाद जैसे ही चालक आगे बढ़ा, हाईवे की सर्विस लेन से फ्लाईओवर पर चढऩे के दौरान अचानक चालक नियंत्रण खो बैठा और बस डिवाइडर से टकराकर पलट गई। उस वक्त करीब 40 यात्री थे। हादसे से चीखपुकार मच गई। बस के गेट पर खड़ा एक युवक तो नीचे दब गया। सूचना पर राहगीर दौड़े और लोगों ने बस के शीशे तोड़ यात्रियों को बाहर निकाला। पुलिस ने आकर बस को सीधा करके दबे हुए युवक को निकाला लेकिन उसकी मौत हो चुकी थी।

इसके बाद पुलिस ने निजी वाहनों से घायलों को कांशीराम अस्पताल भेजा। जहां सचेंडी निवासी 55 वर्षीय पूर्व रणजी खिलाड़ी विजय बहादुर सिंह की मौत हो गई। कांशीराम अस्पताल में भर्ती सनिगवां के घायल अफसर अली ने अपने 34 वर्षीय कंडक्टर भाई जफर अली की भी मौत होने की सूचना दी लेकिन उनका शव माच्र्युरी नहीं पहुंचा था।

देर रात श्यामनगर से आए लोगों ने बस के नीचे दबकर जान गंवाने वाले युवक की शिनाख्त श्रावस्ती के सिरसिया निवासी मजदूर 30 वर्षीय वशिष्ठ मुनि के रूप में की। घायलों में अफसर के अलावा हरजेंदरनगर के दीपक, चकेरी के मोहन, श्यामनगर के रवि तिवारी, यशोदानगर के संदीप व एक महिला शामिल हैं। थाना प्रभारी आशीष शुक्ला ने बताया कि हादसे में दो व्यक्तियों की मौत हुई है। तीसरे यात्री की मौत की पुष्टि नहीं हुई है।

बेटे को एयरपोर्ट छोडऩे जा रहे थे पूर्व रणजी खिलाड़ी

विजय बहादुर सिंह तोमर कई वर्ष पूर्व रणजी ट्रॉफी टूर्नामेंट खेले थे। रिश्तेदारों ने बताया कि परिवार में उनका बेटा अभय प्रताप है जो बेंगलुरू की एक कंपनी में इंजीनियर है। मंगलवार रात विजय, बेटे को ही एयरपोर्ट तक छोडऩे के लिए बस से निकले थे। विजय और बेटा अभय बस में एक ही सीट पर बैठे थे।

पुलिस के मुताबिक बस पलटने से दूसरी ओर के यात्री भी उनके ऊपर जा गिरे। उनके सीने और सिर पर गहरी चोट आई। इधर हादसे की सूचना पर अभय के कई दोस्त व रिश्तेदार एलएलआर अस्पताल भी पहुंचे, लेकिन तब तक उनका शव मच्र्युरी में रखवा दिया गया था। हादसे से परिवार में कोहराम मचा है।

बस के दरवाजे पर खड़ा था मजदूर

मजदूर वशिष्ठ मुनि बस के दरवाजे के पर पायदान के पास खड़े थे। जैसे ही बस डिवाइडर पर चढ़कर अनियंत्रित हुई, वह नीचे गिरे और बस उनके ऊपर पलट गई। बहनोई राजकुमार ने बताया कि वशिष्ठ नौबस्ता में मजदूरी करके लौट रहा था। परिवार में पत्नी, दो बेटियां और एक बेटा है। दो माह पूर्व श्रावस्ती में उनके भाई की भी सड़क हादसे में मौत हो गई थी।

दूसरी बस में कंडक्टर थे जफर

घायल अफसर अली ने बताया कि वह भाई जफर के साथ बड़े भाई राजू से मिलने नौबस्ता के मछरिया गए थे। लौटते वक्त वे तीन नंबर बस में सवार हुए और कुछ देर बाद ही हादसा हो गया। जफर खुद भी गल्ला मंडी से कचहरी जाने वाली एक नंबर बस में परिचालक थे।

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