आदित्य बरनवाल/न्यूज वाणी ब्यूरो
अमेठी। जगदीशपुर विकास खण्ड के अंतर्गत रानीगंज लाला का पुरवा में केपी त्रिपाठी स्मारक चिकित्सालय में हर साल की तरह इस साल भी साईं संध्या का आयोजन बहुत धूमधाम से किया गया। जिसमें हजारों की संख्या में भक्तगण उपस्थित होकर कार्यक्रम का आनंद लेते जयकारे लगाए। वहीं आए हुए वक्ताओं ने शिरडी के महान संत साँई बाबा के जीवन पर प्रकाश डाला और उनके बताए रास्ते पर चलने की प्रेरणा दी।
वक्ताओं ने कहा कि धर्म व जाति से ऊपर उठकर मानवता का संदेश देने वाले साँई बाबा ने जो विचारधारा लोगों तक पहुंचाई उससे समाज काफी जागरूक हुआ। भारत को सदियों से विश्व गुरु के नाम से परिभाषित किया जाता है। यहाँ की धरती पर अनेक महान साधु संतो ने जन्म लिया है और समाज के सभी वर्गों को जीवन जीने का उपदेश दिया। उन्होंने बताया कि किस तरह से सत्य के मार्ग पर चलकर भलाई का सीधा रास्ता प्राप्त किया जा सकता है। बीसवीं सदी के महान समाज सुधारक व संत साँई बाबा इस संसार में अवतरित होकर लोगों को सत्य मार्ग पर चलने व मानवता की प्रेरणा दी। गरीबों, असहाय, दबे कुचले लोगों की निरूस्वार्थ भाव से सेवा कर उन्होंने एक मिसाल पेश की। मानवता की सेवा में निरंतर कार्य करने में उनका कोई सानी नहीं था। उन्होंने अपने इस काम में धर्म को कभी आडे नहीं आनें दिया और सर्व धर्म तथा सर्व समाज की मन से सेवा किया। वह मुस्लिम समुदाय के लोगों के साथ ईद व हिन्दू धर्म के अनुयायियों के साथ दीपावली हर वर्ष मनाते हुए धर्म से ऊपर उठकर मानवता का संदेश दिया। उनका कहना था कि सब का मालिक एक है। उन्होंने धर्म के आधार पर किसी से व्यवहार नहीं किया। उन्होंने अपना पूरा जीवन गरीबों व असहाय लोगों की मदद मे अर्पित कर दिया। उन्हे हिन्दू-मुस्लिम एकता का प्रतीक भी माना जाता है। वह मानते थे कि धर्म चाहे जो भी हो ईश्वर एक है ईश्वर और अल्लाह एक ही हैं। सिर्फ धर्म की आस्था के आधार पर इन्हे अलग-अलग पुकारा जाता है लेकिन वास्तविकता यह है कि दोनों एक ही सिक्के के दो पहलू हैं। यही कारण है कि उनकी ख्याति बढती गई और लोगों के आदर्श बन गये। आज हम सभी लोगों को उनके बताए हुए मार्ग पर चलने की जरूरत है। इस मौके पर डां प्रदीप तिवारी, डॉ प्रज्ञा वाजपेयी, राम प्रकाश तिवारी, गुरु प्रसाद त्रिपाठी, सुमन त्रिपाठी, सुरेन्द्र त्रिपाठी, महेन्द्र प्रताप सिंह, नकूल मिश्रा, रवि तिवारी, नकूल मिश्रा सहित हजारों की संख्या में साईं भक्त उपस्थित रहे।