कानपुर, मध्य प्रदेश के सागर जिले की एक उड़ान अकादमी में शुक्रवार रात घने कोहरे के बीच लैंडिंग के दौरान प्लेन क्रैश में मृत प्रशिक्षु पायलट 31 वर्षीय पीयूष सिंह चंदेल का शव रविवार की शाम पैतृक गांव कुशलपुर लाया गया। प्राइवेट एंबुलेंस से आए शव को देखते हुए गांव व स्वजनों में कोहराम मच गया। अंतिम संस्कार सोमवार को किया जाएगा।
हिंदुस्तान एयरोनॉटिकल लिमिटेड (एचएएल) मुंबई में तैनात पीयूष सागर के ढाना स्थित चाइम्स एविएशन एकेडमी में कामर्शियल पायलट की ट्रे¨नग ले रहे थे। रात की ट्रे¨नग होने के कारण वह शुक्रवार रात प्रशिक्षक अशोक मकवाना के साथ ट्रे¨नग प्लेन सेसना से उड़ान पर थे। घना कोहरा होने के कारण रात करीब 10 बजे हवाई पट्टी नहीं दिखने से प्लेन करीब 100 मीटर दूर स्थित खेत में गिर कर क्रैश हो गया था। हादसे में ट्रेनर व प्रशिक्षु पायलट पीयूष की मौत हो गई थी। रविवार को शव गांव पहुंचने पर भाई प्रवीन, बहन मिनी, मां सुनैना, पत्नी आकांक्षा व अन्य स्वजन बेसुध से हो गए। पिता चंद्रपाल के मुताबिक अंत्येष्टि गांव स्थित खेत या बरनांव स्थित शवदाह गृह में परिवार से फैसला करने के बाद सोमवार को करेंगे।
उत्तराखंड में पले बढ़े
एचएएल में इंजीनियर नंदना चौकी क्षेत्र के गांव कुशलपुर निवासी इंद्रपाल सिंह के छोटे भाई चंद्रपाल सिंह राजकीय इंटर कॉलेज रामनगर (उत्तराखंड) के प्रधानाचार्य पद से सेवानिवृत होने के बाद नैनीताल में बस गए हैं। चंद्रपाल के 31 वर्षीय बड़े पुत्र पीयूष सिंह चंदेल नैनीताल में शिक्षा दीक्षा के बाद एचएएल मुंबई में इंजीनियर थे। इनका विवाह जालौन जिले की निवासी एवं मुंबई स्थित एक दवा कंपनी में मैनेजर आकांक्षा के साथ हुआ था। पीयूष छह वर्षीय पुत्र रुद्र प्रताप और पत्नी आकांक्षा के साथ मुंबई में ही रहते थे।