न्यूज वाणी ब्यूरो
शाहजहांपुर। जनपद में शारदा नदी ब्रांच नहर किसानों के लिए काल बन गयी है। नहर का कटान होने से किसानों की हजारों बीघा गेंहू व सरसों की फसल काल के गाल में समा गई है लेकिन कुंभकरणीय नींद में सोया प्रशासन किसी बड़े हादशे का इंतजार करता नजर आ रहा है। बताते चलें कि जिले के तिलहर रजबहा जो जल्लापुर से निकलता है और बाजपुर कुमरखा तथा सैंजना गांवों के बीच से होकर गुजरता है। यहाँ पर नहर, पूरी तरह प्लेन होने की वजह से प्रति बर्ष कटान होता है। नहर कटान से नहर का सारा पानी किसानों के खेतो में पहुंच कर, फसल को पूरी तरह डूबो देता है जिससे किसानो को लाखो की छति उठानी पड़ती है। बीते सप्ताह भी कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला। नहर कटान से सैजना और बाजपुर कुमरखा के गांवों की सैकड़ों एकड़ फसल जलमग्न हो गई। किसानों द्वारा सिंचाई विभाग को नहर कटान की सूचना देने पर, उल्टे विभाग द्वारा किसानों को धमकाया गया कि तुम लोग खुद ही कटान करते हो और मुकदमा लिखवा कर जेल में डलवा दियाज जायेगा। बताया गया कि हर वर्ष नहर की सफाई के बाद कचड़ा बापस उसी में डाल दिया जाता है। मौके पर देखी गई नहर सफाई अपने हालातो के बैयान में खुद ही बोलती नजर आ रही है कि कूड़ा कचरा से पूरी तरह पटी होने की वजह से नहर में कटान होता है। सफाई के बाद कोई भी विभागीय अधिकारी सर्वे करने नहीं आता और सिंचाई विभाग से लेकर प्रशासन तक किस तरह लाखों डाकर रहे है, इसका प्रमाण नहर की सर्वे करने पर सामने आ रहा है, वहीं किसानों ने बताया कि विभागीय अधिकारियों के कान पर जूँ तक नहीं रेंगती। सैकड़ों एकड़ गेँहू व सरसों की फसल जलमग्न होकर बर्बाद हो रही है। क्षेत्रिय लेखपाल तरुण प्रताप सिंह को सूचना दे गई लेकिन अभी तक जलमग्न फसलों का सर्वे नही किया जा सका। नहर बंध बाने को लेकर जेई से बात की गई तो वह आज कल करके मामले को टाल रहे हैं। इन आलाधिकारियों को किसानों के नुकसान की कोई चिंता नहीं है।