कानपुर, गुरुवार की सुबह रामगंगा नहर में बहत एक कार को देख लोगों में अफरा तफरी मच गई। कार के अंदर सवार लोगों के फंसे होने की आशंका जता पुल से ग्रामीणों ने शोर मचाना शुरू कर दिया। शोर सुनकर सड़क से गुजर रहे वाहन सवार भी ठहर गए और आसपास से लोग भी एकत्र हो गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने पोकलैंड मशीन से रस्सी के सहारे कार को बहार निकलवाया।
साढ़ थानाक्षेत्र में रामगंगा नहर पर बरईगढ़ गांव में पुल बना है। बीते दिनों सिल्ट सफाई के बाद रामगंगा नहर में पानी का प्रवाह काफी तेज चल रहा है। गुरुवार की सुबह जब ग्रामीण खेतों की ओर जाने के लिए नहर पटरी पर निकले तो उन्हें पानी में कुछ नजर आया। ध्यान से देखा तो नहर में आधी डूब चुकी कार बह रही थी। कार के अंदर लोगों के होने की आशंका जता ग्रामीणों ने शोर मचाना शुरू कर दिया। पुल पर वाहन सवार भी रुक गए और आसपास से भी भीड़ एकत्र हो गई।
क्रेन से बाहर निकाली गई कार
ग्रामीणों की सूचना पर पुलिस पहुंच गई और कार को बाहर निकलवाने का इंतजाम शुरू कराया। वहीं पुल की रेलिंग टूटी देखकर लोगों ने इसी जगह से कार नहर में गिरने की आशंका जताई। कुछ देर बाद घटनास्थल पर पोकलैंड मशीन पहुंच गई। इस बीच कार बहकर काफी आगे जा चुकी थी। पुलिस ने तैराक ग्रामीणों की मदद से कार में रस्सी बंधवाई और फिर पोकलैंड मशीन से रस्सी बंधवाई और उससे खींचकर कार को बाहर निकलवाया। कार के अंदर कोई भी व्यक्ति नहीं मिला।
सामने आया ये सच
इस बीच शहर के किदवई नगर के विजय कुमार पहुंच गए। उन्होंने बताया कि वह अपनी कार से क्षेत्र के गांव गाजीपुर निवासी रिश्तेदार राजेश साहू के घर जा रहे थे। मंगलवार मध्य रात करीब 12 बजे साढ़ क्षेत्र के बरईगढ़ स्थित पुल पर कार अनियंत्रित हो गई और रामगंगा नहर में जा गिरी। वह किसी तरह कार दरवाजा खोल कर निकले और तैरकर किनारे पहुंचकर अपनी बचाई। उन्होंने बताया कि रात के अंधेरे में विपरीत दिशा से दूध लेकर आ रही पिकप से बचने के प्रयास में कार अनियंत्रित हुई थी।