कोलकाता में मोदी बोले- बांग्ला भूमि को नमन करने का वक्त; मुलाकात के बाद सीएए-एनआरसी के खिलाफ ममता धरने पर बैठीं

कोलकाता. कोलकाता में प्रधानमंत्री मोदी ने कहा- कोलकाता वैभवशाली संस्कृति से भरा हुआ है। बांग्ला भूमि की पवित्र महक को नमन करने का वक्त है। आज बंगाल समेत भारत की कला और संस्कृति का बहुत महत्व है। इसे संरक्षित करने और बढ़ाने का अभियान बंगाल की धरती से शुरू हो रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2 दिन के कोलकाता दौरे पर हैं।

मोदी ने कहा…

  • युवा अवस्था में भी बंगाल की भूमि मुझे यहां खींच लाई थी। केंद्र सरकार की कोशिश है कि भारत के सांस्कृतिक सामर्थ्य को दुनिया के सामने रखे ताकि देश हेरिटेज टूरिज्म के रूप में उभरे। इससे रोजगार के अनेक अवसर बनेंगे। इस कार्यक्रम के बाद रवींद्र सेतु और हावड़ा ब्रिज का संरक्षण होगा।
  • सरकार अपने अभियान में सबसे पहले कोलकाला, वाराणसी, अहमदाबाद के ऐतिहासिक स्थलों को संरक्षित कर रही है। इसके बाद दिल्ली, चेन्नई और हैदराबाद में मौजूद म्यूजियम को जीर्णोद्धार किया जा रहा है। कोलकाता भारत के सर्वोच्च सांस्कृतिक स्थानों में शामिल हैं। यहां की चार आर्ट गैलरी के नवीनीकरण का काम पूरा हो चुका है।
  • आर्ट गैलरियों में बंगाल के स्वतंत्रता सेनानियों को जगह मिलनी चाहिए। नेताजी की भावनाओं का सम्मान करते हुए लालकिले में एक म्यूजियम बनाया गया। नेताजी से जुड़ी फाइलों को सार्वजनिक करने की मांग भी पूरी हो रही है।
  • नए दशक में बंगाल के लोगों को लगता है कि प्रदेश के अन्य सेनानियों को भी उचित सम्मान मिलना चाहिए। 2022 में राजा राममोहन राय की 250वीं जयंती आने वाली है। बेटियों और महिलाओं को अधिकार दिलाने के लिए उनके प्रयासों को आगे बढ़ाना जरूरी है।
  • ये दुर्भाग्यपूर्ण है कि अंग्रेजों के जाने के बाद देश का इतिहास लिखा गया। उसमें कई सेनानियों को नजरअंदाज कर दिया गया था। गुरुदेव लिखते हैं कि कुछ लोग बाहर से आए। भाई-भाई को मारता रहा, हत्याएं होती रहीं। ये हमारा इतिहास नहीं है। ये किसी ने नहीं बताया कि तब हम क्या कर रहे थे।
  • गुरुदेव ने याद दिलाया था कि इतिहासकारों ने उन लोगों के घरों को नहीं देखा, जो संकट का सामना कर रहे थे। इतिहास लिखने में कुछ लोग पीछे ही छूट गए। जैसा गुरुदेव ने कहा था कि अस्थिरता के दौर में, उसका सामना करना, राष्ट्रीय चेतना को जागृत रखना और उसे अगली पीढ़ियों तक पहुंचाना भी तो एक कर्तव्य था। यह कार्य हमारी कला, संतों और हमारे दार्शनिकों ने किया।

मोदी चार ऐतिहासिक इमारतों ओल्ड करंसी बिल्डिंग, बेलवेडर हाउस, मेटकाफ हाउस और विक्टोरिया मेमोरियल हॉल का लोकार्पण करने पहुंचे हैं। केंद्रीय संस्कृति मंत्रालय ने इनकी मरम्मत की है। इनकी आर्ट गैलरियों का नवीनीकरण किया गया है। प्रधानमंत्री कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट के 150 साल पूरे होने पर समारोह में भी शामिल होंगे।

ममता बनर्जी से की मुलाकात

शनिवार को उन्होंने मुख्यमंत्री ममता बनर्जी से मुलाकात की। इसके बाद ममता ने बताया कि प्रधानमंत्री से कहा है कि हम नागरिकता संशोधन कानून (सीएए), एनपीआर और एनआरसी के खिलाफ हैं। हम चाहते हैं कि सीएए और एनआरसी को वापस लिया जाए। इसके बाद शाम को मुख्यमंत्री तृणमूल छात्र परिषद के धरने में शामिल हुईं। पश्चिम बंगाल में तृणमूल ने सीएए के खिलाफ मोर्चा खोला हुआ है।

मोदी पेंशन फंड के लिए 501 करोड़ देंगे

कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट के मौजूदा और रिटायर्ड कर्मचारियों के संकटग्रस्त पेंशन फंड के लिए प्रधानमंत्री मोदी 501 करोड़ रुपए का चेक सौंपेगें। मोदी 100 साल की उम्र पूरी कर चुके ट्रस्ट के दो पुराने पेंशनरों नगीना भगत (105) और नरेश चंद्र चक्रबर्ती (100) को सम्मानित भी करेंगे। इस कार्यक्रम के दौरान प्रधानमंत्री कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट के गीत की लॉन्चिंग भी करेंगे। इसके अलावा भी मोदी कई नई सुविधाओं की शुरुआत करेंगे।

कोलकाता में पोर्ट ट्रस्ट में प्रधानमंत्री के कार्यक्रम

  • कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट के 150 साल पूरे होने के मौके पर इसकी पहली जेट्टी पर बनने वाले स्मारक की आधारशिला रखेंगे।
  • नेताजी सुभाष ड्राई डॉक पर बनाए गए उन्नत जहाज मरम्मत केंद्र का उद्घाटन करेंगे।
  • कोलकाता डॉक सिस्टम पर कार्गो परिवहन के लिए बनाए गए रेलवे की उन्नत फुल रेक हेंडलिंग फेसिलिटी का उद्घाटन करेंगे।
  • हल्दिया डॉक कॉम्प्लेक्स की बर्थ नंबर 3 पर नई सुविधाओं और प्रस्तावित रिवरफ्रंट डेवलपमेंट योजना का शुभारंभ करेंगे।

आदिवासी छात्राओं के लिए आवास योजना की शुरुआत

प्रधानमंत्री कोलकाता में कौशल विकास केंद्र का उद्घाटन करेंगे और सुंदरबन की 200 आदिवासी छात्राओं के लिए प्रतिलता छत्री आवास का उद्घाटन करेंगे। कोलकाता पोर्ट ट्रस्ट ने पूर्वांचल कल्याण आश्रम के साथ मिलकर इस योजना की शुरुआत की है। यह अखिल भारतीय वनवासी कल्याण आश्रम से संबंधित है।

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