लखनऊ। राजधानी के प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों में बच्चों के स्वेटर वितरण में घोटाला उजागर हुआ है। बेसिक शिक्षा अधिकारी ने इस मामले में कानपुर की फर्म एनएन इंडस्ट्रीज के संचालक अशोक कुमार सुरेखा के खिलाफ वजीरगंज कोतवाली में एफआइआर दर्ज कराई है। विद्यालय में कुल एक लाख 86 हजार 40 बच्चों के लिए स्वेटर सप्लाई करनी थी। गौरतलब है कि दैनिक जागरण ने स्वेटर आपूर्ति में भ्रष्टाचार की खबर प्रकाशित की थी। इसके बाद प्रशासन की ओर से मामले की जांच कराई गई, जिसके बाद धांधली उजागर हुई थी।
आरोप है कि एनएन इंडस्ट्रीज की ओर से न्यूनतम दर में सप्लाई का ठेका लिया गया था। 16 नवंबर को स्वेटर की आपूर्ति के लिए क्रय आदेश जारी हुआ था। फर्म को स्वेटर वितरण की कार्य योजना और सिक्योरिटी मनी जमा करने की सूचना उपलब्ध कराने के लिए कहा गया था। बावजूद इसके 25 नवंबर 2019 को फर्म की ओर से कोई व्यक्ति जिलाधिकारी के समक्ष उपस्थित नहीं हुआ था। यही नहीं फर्म ने स्वेटर के लक्ष्य 1,86,040 की जगह अंतिम तिथि एक दिसंबर तक महज 44 हजार 649 स्वेटर की आपूर्ति की।
इन आरोपों के तहत हुई शिकायत
जिलाधिकारी की अध्यक्षता में जिला स्तरीय समिति के निर्णय और जिला शासकीय अधिवक्ता के विधिक परामर्श के बाद फर्म के संचालक पर एफआइआर दर्ज करने का निर्णय लिया गया। आरोप है कि फर्म की ओर से क्षमता से अधिक आपूर्ति के लिए अभिलेख प्रस्तुत कर क्रयादेश प्राप्त किया गया। फर्म ने आपूर्ति की अपेक्षा अत्यधिक चालान दिखाकर जाली कागजात तैयार किए गए। फर्म ने शासकीय धनराशि के दुरुपयोग का प्रयास किया और सरकारी काम में बाधा डाली। तहरीर के आधार पर पुलिस ने आजाद नगर कानपुर निवासी फर्म के संचालक अशोक कुमार सुरेखा पर एफआइआर दर्ज की है। आरोपित के खिलाफ धोखाधड़ी, कूटरचित दस्तावेज बनाने, अमानत में खयानत समेत विभिन्न धाराओं में रिपोर्ट दर्ज की गई है।