– राहगीरों का सड़कों से निकलना दूभर, आए दिन होती दुर्घटनाएं,
– पलक झपकते ही फसलों को कर जाते साफ
नैज घोसी/न्यूज वाणी ब्यूरो
फतेहपुर। बिन्दकी नगर के अंदर अन्ना जानवरों के विचरण से यहां की यातायात व्यवस्था दिनोंदिन बिगड़ती जा रही है क्योंकि यहां आवारा जानवर झुंड बनकर सड़कों के बीच में बैठ जाते हैं। जिससे राहगीरों को भारी दिक्कत का सामना करना पड़ता है इतना ही नहीं ये जानवर पैदल निकलने वाले राहगीरों को भी नहीं छोड़ते हैं दौड़ा-दौड़ा कर चुटहिल कर देते हैं। इसके बाद भी नगर पालिका परिषद इन अन्ना जानवरों को पकड़वाने के लिए कोई पहल करती नजर नहीं आ रही है। इन दिनों कस्बे में आवारा जानवरों की संख्या दिनों दिन बढ़ती जा रही है। वहीं अब इसका बसेरा सड़कों पर हो जाने के कारण आए दिन न केवल गोवंश काल का ग्रास बन रहा है। बल्कि इसके कारण आए दिन वाहन दुर्घटनाएं भी तेजी से बढ़ रही है। अब तक शासन प्रशासन द्वारा किए गए सारे प्रयास विफल साबित हो रहे हैं। ग्रामीण क्षेत्रों में आवारा पशुओं से किसान ना कि केवल परेशान है। बल्कि अपनी फसलों को बचाने के लिए रात दिन कड़ी मेहनत करने को मजबूर हैं।अन्ना गोवंश किसानों लिए ही नहीं बल्कि सड़कों पर चल रहे राहगीरों के लिए काल का ग्रास साबित हो रहे हैं। भले ही शासन-प्रशासन अन्ना गोवंश को लेकर गौशाला खुलवाने की बात करता हो लेकिन कस्बों से लेकर ग्रामीण इलाकों तक इसका असर कहीं नहीं दिख रहा है। अन्ना गोवंश को लेकर किसानों में भारी रोष व्याप्त होता जा रहा है। देवरी बुजुर्ग प्रतिनिधि के अनुसार घुमंतू पशुओं के आतंक से किसानों का दिन का चैन रात की नींद हराम हो गई है। किसानों के खेतों में खड़ी लहराती फसलें उजड़ जा रही हैं। अन्ना मवेशियों ने किसानों को भुखमरी की कगार पर खड़ा कर दिया है। अन्ना के झुंड लहराती फसलों में हमला कर फसलों को नष्ट कर रहे हैं। मजबूर, लाचार किसान अपनी किस्मत कोसता हुआ माथा पटक कर बैठ जाता है। उसे साल भर अपने बच्चों का पेट पालने की चिंता सताने लगी है। अन्नदाता रात भर जागकर फसलों की रखवाली करने को मजबूर हैं। अन्ना मवेशियों के झुंड खेतों के साथ सड़कों पर घूमते रहते हैं। जिससे लोगों को निकलना दूभर हो रहा है। घुमंतू पशुओं के झुंड से बचने के लिए आए दिन लोगों को जान जोखिम उठाना पड़ रहा है। ऐसे पशुओं का आतंक देवरी बुजुर्ग, सहिमलपुर, भौराजपुर, सगरा, बसफरा, हसनपुर देवरी, पांडेपुर, शिवपुरी, प्रसादपुर दामोदरपुर, खानपुर, रूसिया, कमासी, रामपुर हुसैना बलियाबाग, अरगल, मधियाखेडा जददूपुर, रायपुर सहित दर्जनों गांवों में है। गांव देवरी बुजुर्ग के परेशान किसान राजेश शुक्ला, राजेश तिवारी, राजू मिश्रा, राजेंद्र द्विवेदी, सुरेंद्र तिवारी, महेंद्र पांडेय व गांव बसफरा के किसान मोहित कुमार मिश्रा, चेयरमैन मिश्रा, राकेश यादव, राम प्रकाश यादव, दिनेश कुशवाहा, दयाराम यादव, रामखेलावन सोनकर, महेंद्र दिवाकर, राजकुमार सविता ने जिला प्रशासन से अन्ना जानवरों से बचाव की गुहार लगाई है। जहानाबाद प्रतिनिधि के अनुसार छुट्टा मवेशी किसानों के लिए दुश्मन बने हैं। कस्बे सहित ग्रामीण इलाकों में घुमंतु मवेशी बड़ी संख्या में किसानों की फसलों को नुकसान पहुंचा रहे हैं। शासन के आदेश के बाद भी मवेशियों को नहीं पकड़ा जा रहा है। रात में ग्रामीण अपने खेतों में रुक कर फसलों की रखवाली करने को मजबूर हैं। क्षेत्र के बंन्थरा लहुरीसराय कलाना चिल्ली बसफरा पनेरुवा कापिल कीरतपुर खजुरिया नोनारा पपरेन्दा रोटी चंदीपुर आदि गांवों में बड़ी संख्या में छुट्टा गोवंश फसल बर्बाद करने में लगे है। इन गांवों में लोग अन्ना गोवंश से परेशान हैं। आलम यह है कि किसान खेतों में रात भर जागकर फसलों की रखवाली करते हैं। फसलों को बचाने के लिए कटीले तार भी लगा रखे हैं। इस सबके बावजूद गोवंश फसल को नुकसान पहुंचा जाते हैं। गांव बसफरा के किसान मदन शुक्ला चेयरमैन मिश्रा राकेश यादव रामप्रकाश कुशवाहा जयकरन आदि ने बताया कि फसलों की रखवाली करने के लिए दिन-रात खेतों में रहना पड़ता है। घुमंतू मवेशियों की वजह से आराम करने को नहीं मिलता है। फिर भी मौका पाते ही मवेशी फसलों को खा जाते हैं। किसान भयंकर मिश्रा ने बताया कि घुमंतू मवेशियों के आतंक से खेतों में तार लगा दिया है। लेकिन उसमें भी तार तोड़ कर अंदर घुस जाते हैं। इन मवेशियों की वजह से फसलों को बचाना मुश्किल हो गया है।
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