– स्टाफ को लगाई कड़ी फटकार, कई के खिलाफ कार्रवाई
न्यूज वाणी ब्यूरो/नफीस अहमद जाफरी
फतेहपुर। वित्त सचिव एवं जनपद के नोडल अधिकारी भुवनेश कुमार ने मुख्य चिकित्साधिकारी कार्यालय के लेखा कक्ष, राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन कक्ष, डब्लूएचओ कक्ष, प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत (गोल्डेन कार्ड) फीडिंग कक्षों का औचक निरीक्षण किया। जिसमें राष्ट्रीय ग्रामीण स्वास्थ्य मिशन में कैश बुक, आशा भुगतान रजिस्टर, जननी सुरक्षा योजना के रजिस्टर अपूर्ण पाये जाने पर उदय प्रताप सिंह को तत्काल प्रभाव से हटाये जाने के निर्देश दिये। उन्होने लेखा कक्ष में अनुदान संख्या 39, व्यय रजिस्टर, वेतन, यात्रा भत्ता, विद्युत, लेखन, सांतवे वेतन एरियर भुगतान रजिस्टर को देखा। जिसमें 90 प्रतिशत लोगो का भुगतान किया गया है। 10 प्रतिशत भुगतान अवशेष पाये जाने पर लिपिक राकेश श्रीवास्तव, आशीष श्रीवास्तव एवं अजय मिश्रा का माह-जनवरी का वेतन आहरित तब तक न किये जाने के निर्देश दिये जब तक शेष 10 प्रतिशत भुगतान न हो जाय। उन्होने जिलाधिकारी से कहा कि लेखा कार्य की स्पेशल आडिट करायी जाये। दोषी पाये जाने पर सम्बन्धित के खिलाफ कठोर कार्यवाही की जाये। उन्होने कहा कि कैश बुक को भुगतान के उपरान्त प्रतिदिन भरा जाये और सम्बन्धित अधिकारी से हस्ताक्षर भी कराये जाये। जननी सुरक्षा योजना के भुगतान 48 घण्टे के बाद किये जाये। प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना में 821 लाभार्थियों का इलाज किया गया है जिसमें 316 सरकारी एवं 505 निजी अस्पतालों में किया गया। लक्ष्य के सापेक्ष गोल्डेन कार्ड लाभार्थियों को जारी करके लक्ष्य को प्राप्त करने के निर्देश दिये। जिलाधिकारी संजीव सिंह ने कहा कि मरीजो के सहूलियत के लिये अस्पताल में टोल फ्री नम्बर अंकित कराया जायेगा। इसके पश्चात नोडल अधिकारी ने स्पोर्ट कालेज तुराबअली का पुरवा, मलिन बस्ती, नौबस्ता घाट (खागा) में निर्माणाधीन पुल का निरीक्षण किया। जिसमें मलिन बस्ती स्थित तालाब की साफ-सफाई करने के निर्देश दिये और बस्ती का गंदा पानी तालाब में गिराया जाय। बस्ती में साफ सफाई संतोषजनक पायी गयी। प्रधानमंत्री आवास योजना शहरी की द्वितीय किस्त लाभार्थियों के खाते में भेज दी गयी है। अधूरे आवासों को पूर्ण कराने के निर्देश दिये। उन्होने स्पोर्ट कालेज, नौबस्ता पुल के कार्यो में तेजी लाकर त्वरित गति से निर्धारित समयावधि में परियोजनाओं को पूर्ण करने को कहा। अधिशाषी अभियन्ता पीडब्लूडी की तकनीकी टीम को निर्देश दिये कि समय-समय पर गुणवत्ता की जांच की जाये। इस अवसर पर उपजिलाधिकारी प्रमोद झां, जिला विकास अधिकारी रमेश चन्द्रा, पीडी ए0के0 निगम, मुख्य चिकित्साधिकारी डा0 उमाकांत पाण्डेय सहित सम्बन्धित उपस्थित रहें।
Next Post