सियोल: दक्षिण कोरिया ने शनिवार (24 मार्च) को कहा कि उत्तर कोरिया ने अगले सप्ताह उच्चस्तरीय अंतर कोरियाई वार्ता के प्रस्ताव को स्वीकार कर लिया है. सीएनएन के मुताबिक, दक्षिण कोरिया के एकीकरण मंत्रालय की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि यह वार्ता 29 मार्च को होगी. दक्षिण कोरिया ने पहले कोरियाई विसैन्यीकृत क्षेत्र में पानमुन्जोम गांव में इस वार्ता को आयोजित करने का प्रस्ताव रखा था. उत्तर कोरिया का कहना है कि इस वार्ता में पीसफुल रीयूनिफिकेशन ऑफ द फादरलैंड कमिटी के अध्यक्ष री सोन क्वोन के नेतृत्व में तीन सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल शामिल होगा.
दक्षिण कोरिया के एकीकरण मंत्रालय के चो योंग योन के नेतृत्व में तीन सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल भाग लेगा. यह ऐलान दक्षिण कोरिया के राष्ट्रपति मून जे इन के अमेरिका, उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया की बैठक की संभावनाओं के एक दिन बाद किया गया है. मून ने कहा था कि अगले महीने उत्तर कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन के साथ होने वाली ऐतिहासिक वार्ता से पहले बातचीत जारी है. मून अप्रैल में किम जोंग उन से मुलाकात कर सकते हैं.
एक मेज पर आए उत्तर कोरिया, दक्षिण कोरिया और अमेरिका; कोरियाई प्रायद्वीप में शांति के आसार
फिनलैंड की सरकार ने बताया था कि उत्तर कोरिया, दक्षिण कोरिया और अमेरिका के प्रतिनिधियों के बीच इस देश में अनाधिकारिक राजनयिक वार्ता संपन्न हो गई है. ऐसा माना जा रहा है कि इस वार्ता के जरिए ही दोनों कोरियाई देशों और अमेरिका और उत्तर कोरिया के बीच सुनियोजित सम्मेलन की नींव तैयार की गई है. फिनलैंड के विदेश मंत्रालय ने 21 मार्च को एक संक्षिप्त बयान में बताया कि सकारात्मक माहौल में त्रिपक्षीय वार्ता हुई. इसका लक्ष्य ‘कोरियाई प्रायद्वीप में विश्वास बहाल करना और तनाव कम करना’ है.
वार्ता में तीनों देशों के 18 प्रतिनिधि हुए शामिल
कई पर्यवेक्षकों का मानना है कि फिनलैंड में हुई बैठक का लक्ष्य दोनों कोरियाई देशों के नेताओं के बीच और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन के बीच सुनियोजित बैठकों की तैयारियां शुरू करना था. यहां कुल 18 प्रतिनिधि आए हुए थे, जिसमें प्रत्येक देश के छह प्रतिनिधि थे. वहीं इनके अलावा संयुक्त राष्ट्र और यूरोप के पर्यवेक्षक भी हेल्सीनकी में हुए बंद कमरे में हुई दो दिवसीय बैठक में शामिल हुए.