जेएन पीजी कालेज में हुआ भव्य कविसम्मेलन-मुशायरा

हथगाम/फतेहपुर । नगर के ठाकुर जय नारायण सिंह मेमोरियल पीजी कॉलेज कैंपस में स्थित लाल सिंह इंटरनेशनल स्कूल के सभागार में ममतामई रानी चंद्र प्रभा सिंह की पुण्यतिथि पर विराट कवि सम्मेलन एवं मुशायरे का आयोजन किया गया जिसमें दूर.दूर से आए कवियों एवं शायरों ने विभिन्न रसों की कविताओं एवं शायरी से श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।मुख्य अतिथि के रूप में अभय ग्रुप ऑफ़ इंस्टिट्यूशन के चेयरमैन अभय प्रताप सिंह पप्पू ने दीप प्रज्वलित कर समारोह का शुभारंभ किया। कार्यक्रम की अध्यक्षता डायरेक्टर एजीआई लाल सिंह ने की तथा संचालन शिवशरण बन्धु हथगामी ने किया।कार्यक्रम के संयोजक प्राचार्य रमेश चंद्र ने आभार व्यक्त किया। कवि सम्मेलन के अध्यक्ष डॉ0 रतिभान सिंह रहे।रानी चंद्र प्रभा सिंह जी की प्रतिमा पर पुष्पांजलि कर उनकी पुण्यतिथि पर उन्हें याद किया गया।इस अवसर पर पीजी कालेज प्रशासन ने अभय प्रताप सिंहए रामसागरएअधिशासी अधिकारी मोहनी केसरवानीए अमरनाथ चौरसिया को प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया।
कवि सम्मेलन का शुभारंभ हास्य रस के चर्चित कवि समीर शुक्ला ने सरस्वती वंदना से किया। काव्य पाठ करते हुए समीर शुक्ल ने हास्य की रचनाओं से श्रोताओं का दिल जीत लिया।हमार गांव मुंदरी में जैसे नगीना जैसे गीत ने खूब सराहना बटोरी। हास्य सम्राट कहे जाने वाले मधुप श्रीवास्तव नर कंकाल ने लोगों को हंसा.हंसा कर लोटपोट कर दिया।इश्क में हम उनके मटियामेट हो गएएमहबूबा की शादी हो गई दो दिन लेट हो गए जैसी रचनाओं ने खूब हंसाया। जाने.माने ग़ज़लगो. गीतकार मखदूमपुर फूलपुरी ने अपनी रचनाओं से कवि सम्मेलन. मुशायरा को गरिमा प्रदान की।उन्होंने पढ़ा.आइए दीप मोहब्बत का जलाया जाए और नफरत के अंधेरों को मिटाया जाए।
जाने.माने कवि एवं शायर शिवशरण बन्धु हथगामी ने पढ़ा.हर ओर चल रही हैं जो नफरत की आंधियांएहर शख्स को हैरान.परेशान करे हैएभगवान उस इंसान को सद्बुद्धि अता करएहर बात पर जो हिंदू. मुसलमान करे है।जानी मानी शायरा तरन्नुम नाज ने उम्दा गजलों के साथ.साथ राष्ट्रीय गीत से श्रोताओं को मंत्र मुक्त कर दिया.बचपन को अंधेरों की तरफ मोड़ न देनाएबढ़ते हुए मासूम कदम तोड़ न देनाएशिक्षा ही इनका हक है अशिक्षित नहीं रखनाएगलियों में भटकने के लिए छोड़ न देना।
बड़े शायरों में शुमार सौरभ प्रतापगढ़ी ने पढ़ा.और हैं जो थकान रखते हैंएहम तो केवल उड़ान रखते हैंएवो कलेजा कोई नहीं रखताएजो कलेजा किसान रखते हैं। रायबरेली से आए कवि गोविंद गजब ने पढ़ा.पराली जलने की खबरें तो छपतीं मेन लाइन मेंए फसल बर्बाद पर तो सब के सब बहरे हुए जाते।रायबरेली से पधारी सानिया सिंह ने बेटी पर गीत सुना कर खूब सराहना हासिल की.हे माई यूं ना मार मुझेए दे जीने का अधिकार मुझेएइस प्यारी.प्यारी दुनिया का कर लेने दे दीदार मुझे।
वैचारिक कविताओं के लिए मशहूर कवि राजेंद्र यादव ने पढ़ा.छंद रजाई में छुपे गजल सेंकती आगएमुक्तक फिर भी खोजते बिना छंद में राग।शैदा मुआरवी ने पढ़ा. बदले हालात में खुद को भी बदलना सीखोएख्वाब महलों के न देखो पहले चलना सीखो।तौकीर गाजी ने पढ़ा. तखलीक.ए.कायनात है मन्सूब इश्क़ सेएतुम मुझसे कह रहे हो मुहब्बत न कीजिए।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि अभय प्रताप सिंह एवं विशिष्ट अतिथि राम सागर सोनीएईओ मोहनी केसरवानी एवं अमरनाथ चौरसिया को अध्यक्ष लाल सिंह एवं प्राचार्य रमेश चंद्र ने प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया। इओ मोहनी केसरवानीए छात्रा रोशनी ने भी काव्यपाठ किया। इस अवसर पर क्षेत्र के अनेक विशिष्ट लोग भी मौजूद रहे।

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