न्यूज वाणी ब्यूरो
फतेहपुर। ललौली कस्बे की एक महिला का 107 वर्ष की आयु में दो दिन पूर्व निधन हो गया। इस महिला ने लगभग 27 वर्षों तक पेंशन लेने में कीर्तिमान स्थापित किया है। इनके लेखपाल पति ने भी सेवानिवृत्त के बाद लगभग बीस वर्षों तक पेंशन हासिल की थी। इस प्रकार पति व उनके निधन के बाद दिवगंत महिला ने कुल मिलाकर 47 वर्षों तक शासन द्वारा प्रदत्त पेंशन का भोग किया।
बताते चलें कि ललौली कस्बे के शरीफ कोठी निवासी शरीफुल हसन लेखपाल के पद से सेवानिवृत्त हुए थे। उन्होने लगभग बीस वर्षों तक पेंशन ली। उनके निधन के बाद उनकी धर्मपत्नी नूरजहां पेंशन की हकदार बनी थी। 107 वर्षीय नूरजहां का निधन दो दिन पूर्व हो गया था। दिवंगत नूरजहां ने भी अपने पति के निधन के बाद लगभग 27 वर्षों तक पेंशन हासिल की। इस तरह पेंशन पाने वालों में इन्होने एक कीर्तिमान स्थापित किया है। दिवंगत नूरजहां पूर्व शासकीय अधिवक्ता आसिफ मकसूद की दादी हैं।
मालूम रहे कि आसिफ मकसूद के दादा शरीफुल हसन की तीन पुत्रियां हैं। जिनमे सबसे बडी पुत्री 80 वर्ष की हैं। बडे बेटे मकबूल अहमद बेसिक शिक्षा अधिकारी बांदा के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं। दिवंगत नूरजहां के दूसरे नम्बर के पुत्र डाक्टर मकसूद अहमद व उनकी पत्नी हुमैरा बेगम भी हाजी थे। इनके परिवार में मुनीर अहमद व दिवंगत की बेटी भी शिक्षक के पद से सेवानिवृत्त हुए हैं। कुल मिलाकर इस परिवार से अधिकांश लोग जहां हज कर चुके हैं वहीं यह परिवार बेहद ही शिक्षित है।
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