– महिला ने दो सिर छः हाथ पैर वाले बच्चे को दिया जन्म
विष्णु सिकरवार/न्यूज वाणी ब्यूरो
आगरा। ताजनगरी आगरा के थाना वरहन के नगला धौकल खांडा की निवासी एक महिला ने ऑपरेशन द्वारा एक ऐसे बच्चे को जन्म दिया। जिसके दो सर, चार हाथ और दो पैर थे। दरअसल ये दो बच्चे थे। दोनों बच्चों का सर, हाथ अलग-अलग हैं, पैर भी अलग थे लेकिन दोनों के गर्दन के नीचे के हिस्से आपस में जुडे हुए थे। जन्म के तुरंत बाद ही बच्चे की मृत्यु हो गई। वही प्रसूता अभी अस्पताल में भर्ती है।
बता दे कि प्राकृतिक रूप से ऐसे बच्चे बहुत कम पैदा होते हैं।और बहुत ही कम बच्चे जिंदा रहते है। डॉक्टरों ने कई बार ऐसे बच्चों का सफल आपरेशन भी किये है। पूरे क्षेत्र में यहां दो सिर और चार हाथ व दो पैर वाला बच्चा कौतूहल का विषय बना रहा। कोई इसे भगवान का अवतार बता रहा था तो कोई ईश्वर का चमत्कार कह रहा था वहीं इस बच्चे को देखने वालों का अस्पताल में तांता लग गया। परिजन इसे भगवान की मर्जी बता रहे हैं।बता दें कि आगरा के वरहन कस्बा के नगला धौकल खांडा के निवासी एक युवक अपनी गर्भवती पत्नी को लेकर शनिवार को वरहन के सरकारी अस्पताल में पहुंचा। जहां पर महिला को कुछ प्राथमिक उपचार दे वापिस भेज दिया जब महिला को कुछ परेशानी हुई तो उसे आगरा के श्री कृष्णा हॉस्पिटल में रविवार सुबह 5 बजे भर्ती कराया गम्भीर परेशानी होने महिला का का करीब 6रू30ऑपरेशन हुआ तो महिला ने इस अद्भुत बच्चे को जन्म दिया। बच्चे गर्दन के नीचे से जुड़े हुए हैं और उसके दो सिर, चार हाथ और दो पैर थे। जन्म के कुछ मिनट बाद ही इस अद्भुत बच्चे की मृत्यु हो गई। अस्पताल के डॉक्टर भी इस बच्चे को देखकर हैरान थे। हालांकि प्रसूता स्वस्थ हैं। एक तरफ जहां परिजन बच्चे की मौत पर दुखी है तो वहीं, अद्भुत बच्चे के जन्म को भगवान की मर्जी बता रहे हैं।
ऐसे अद्भुत बच्चे कुछ समय तक रहते है जीवित
श्री कृष्णा हॉस्पिटल के डाक्टर इस अद्भुत बच्चे को असाधारण बता रही हैं। उनका कहना है कि इस तरह के बच्चे कम समय तक ही जीवित रह पाते हैं। पेट में कम जगह होने की वजह से खाल जुड़ जाती है और बच्चा ठीक से पनप नहीं पाता है। जिस कारण इस प्रकार के विकृत बच्चे हो जाते हैं। डॉ. का कहना है कि इस तरह से जुड़े हुए बच्चे का जन्म नॉर्मल डिलीवरी से होना बड़ी बात है।
बच्चे को देखने अस्पताल में भीड़ उमड़ी
अद्भुत बच्चे के जन्म की सूचना जैसे ही लोगों तक पहुंची तो इस बच्चे को देखने के लिए लोगों की भीड़ अस्पताल में उमड़ने लगी। कोई इस बच्चे को भगवान का अवतार बताने लगा, तो कोई इसे कुदरत का करिश्मा तो कोई अजूबा कहने लगा।