पुण्‍य काल में सीएम योगी समेत लाखों श्रद्धालुओं ने संगम में लगाई पुण्‍य की डुबकी

प्रयागराज,  प्रयागराज माघ मेला-2020 के प्रमुख स्नान पर्व वसंत पंचमी पर संगम में पुण्य की डुबकी लगाने के लिए गुरुवार को श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ पड़ा। भोर में तीन बजे स्नान से घंटा-घड़ियाल और शंखनाद के साथ स्नान का सिलसिला शुरू हुआ है। प्रशासन का दावा है अब तक 20 लाख श्रद्धालुओं ने पुण्य की डुबकी लगाई। श्रद्धालुओं की भीड लगातार संगम की ओर जा रही है। वसंत पंचमी के स्‍नान पर्व को देखते हुए सुरक्षा के तगड़े इंतजाम किए गए है । मेला क्षेत्र में हाई अलर्ट घोषित किया गया है।

सीएम योगी आदित्‍यनाथ ने माघ मेला के प्रमुख स्‍नान पर्व वसंत पंचमी पर गुरुवार सुबह संगम में डुबकी लगाई। इसके बाद विधि विधान से गंगा पूजन किया और आरती उतारी।  वैदिक मंत्रोच्‍चार के बीच, धूप, दीप,नौवेद़य, फल, फूल, सिंदूर और वस्‍त्र अर्पित कर दुग्‍धाभिषेक किया। इसके बाद बाद संगम तट पर गंगा की अविरलता व निर्मलता के लिए पंतग और गुब्‍बारे उडाए।  उनके साथ भाजपा प्रदेश अध्‍यक्ष स्‍वतंत्र देव सिंह, कैबिनेट मंत्री सिद़ार्थ नार्थ सिंह, प्रदेश के जल शक्ति मंत्री डॉ महेंद्र सिंह, कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्‍ता नंदी भी मौजूद रहे।

संगम में गुरुवार भोर से ही वसंत पंचमी स्नान पर्व पर पुण्य की डुबकी लगनी शुरू हो गई है। माघ मेला क्षेत्र के विभिन्न घाटों पर श्रद्धालुओं का रेला उमड़ पड़ा है। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सर्वप्रथम की गंगा की आरती की, तत्पश्चात पतंग उड़ा कर बसंत पंचमी का पावन पर्व मनाया।

मुख्यमत्री योगी आदित्यनाथ ने विधि-विधान से गंगा की पूजा की और आरती उतारी। उन्होंने संगम तट पर ही गंगा की अविरलता व निर्मलता के लिए गुब्बारे भी उड़ाए। योगी बुधवार की शाम प्रयागराज आई गंगा यात्रा के स्वागत को आयोजित जनसभा को संबोधित करने के बाद सर्किट हाउम में रात्रि विश्राम किया और सुबह गंगा यात्रा को कौशांबी के कड़ा धाम के लिए रवाना किया।

वसंत पंचमी पर्व पर संगम में आस्था की डुबकी लगाने के लिए एक दिन पहले बुधवार करीब 15 लाख श्रद्धालु मेला क्षेत्र पहुंच गए। गुरुवार को ब्रह्ममुहूर्त से स्नान शुरू होगा। कल्पवासियों और साधु संतों ने अपने समय और सुविधा के अनुसार स्नान की तैयारी की है। वसंत पंचमी आते ही माघ मेला क्षेत्र में वासंतिक हिलोरें भी उठने लगीं। हालांकि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आगमन के चलते संगम नोज पर मेला प्रशासन ने किसी भी जाने पर प्रतिबंध लगा दिया था, ऐसे में बड़ी संख्या में श्रद्धालु बुधवार को स्नान नहीं कर सके। कुछ लोग तो दूसरे घाटों पर ही स्नान कर लौट गए। लेकिन, जिन्होंने संगम में स्नान की ठान रखी थी वे मेला क्षेत्र में विभिन्न शिविरों में रुक गए। पूरे दिन और देर रात तक भी काली मार्ग, त्रिवेणी मार्ग, मोरी, दारागंज, झूंसी सहित अन्य रास्तों से श्रद्धालुओं का हुजूम मेला क्षेत्र में प्रवेश करता रहा।

विभिन्न राज्यों से श्रद्धालु मेला क्षेत्र पहुंचे। गंगा यमुना और तीर्थराज प्रयाग के प्रति आस्था रखने वाले ये श्रद्धालु वसंत पंचमी को लेकर उत्साहित भी दिखे। पर्व पर श्रद्धालुओं के स्नान के सुविधा के लिए मेला प्रशासन व पुलिस प्रशासन भी अपनी तैयारी में जुटा रहा। विभिन्न समाजसेवी संगठन, पुलिस की ओर से बनाए गए एसपीओ दल भी संगम पर अपनी जिम्मेदारी संभालने की तैयारी में जुटे रहे।

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