सीएए व एनआरसी के विरोध प्रदर्शन को लेकर लाला बाजार मैदान बना छावनी

– गुरुवार को अचानक आयी थी भीड़
– कोतवाल समेत कई एसओ दिन भर डटे रहे
न्यूज वाणी ब्यूरो
फतेहपुर। सीएए व एनआरसी को लेकर दिल्ली के शाहीन बाग समेत देश भर के कई हिस्सों किये जा रहे धरना प्रदर्शन में जहाँ केंद्र व दिल्ली सरकार परेशान है वहीं सीएए कानून के विरोध को लेकर प्रदेश के कई हिस्सों में भी प्रदर्शन हो चुका है। जनपद में भी कानून के विरोध में स्वर उठने लगे है। ऐसे में नागरिकता कानून के विरोध में को लेकर प्रदर्शन करने वालो का नया ठिकाना शहर के लाला बाजार को बनाने की कोशिश की जाने लगी है। 29 जनवरी को बहुजन क्रांति मोर्चा द्वारा बुलाये गये भारत बंद के तहत बड़ी संख्या में महिलाओ ने ग्राउंड में पहुँचकर विरोध शुरू ही किया था। तभी पहले से मुस्तैद महिला थाना समेत आधा दर्जन थाना की फोर्स ने धरने को नाकाम कर दिया और प्रदर्शनकारियो ने उप जिलाधिकारी प्रमोद कुमार झा को ज्ञापन सौंपने के बाद सभी प्रदर्शनकरियो से धरनास्थल छोड़ने को कहा गया। मामूली विरोध के बाद पुलिस ने लाल बाजार मैदान को खाली तो करवा लिया लेकिन अगली शाम को प्रदर्शनकारी एक बार फिर से लाला बाजार को शाहीन बाग बनाने की नियत लेकर धरना देने के लिये एकत्र हो गये। जानकारी मिलते ही एक बार फिर से पुलिस ने मौके पर पहुंचकर प्रदर्शन कर रहे लोगो को खदेड़ दिया। खुफिया विभाग की इनपुट के आधार पर शुक्रवार को नमाज के बाद धरना शुरू होने की आशंका को लेकर सुबह से ही क्षत्राधिकारी नगर कपिल देव मिश्रा की अगुवाई में आधा दर्जन थानो की पुलिस लाला मैदान की निगरानी में लगी रही। धरने में बड़ी संख्या में महिलाओ की भागेदारी होने कर कारण महिला एसओ नमिता सिंह के नेतृत्व में महिला पुलिस कर्मी मौजूद रही। जबकि सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सदर कोतवाल शीलेन्द्र श्रीवास्तव मलवा, गाजीपुर, हुसैनगंज, थरियांव एवं शहर के सभी चैकी इंचार्जों को लगाया गया था। प्रदर्शनकारियों के धरने व प्रदर्शन को रोकने के लिये मैदान के चप्पे चप्पे पर फोर्स का पहरा होने के करण परिंदा भी पर मार न सके ऐसी व्यवस्था की गई थी। किसी तरह का धरना प्रदर्शन न होने से शुक्रवार का दिन शांतिपूर्ण गुजर जाने के बाद पुलिस कर्मियों ने जहाँ राहत की सांस ली वहीं कभी भी धरना शुरू होने की आशंका को लेकर लाला बाजार के मैदान की चैबीसों घण्टे संगीनों के साये के बीच खाकी के सख्त पहरे में निगरानी की जा रही है। वहीं हालात पर नजर रखने के लिये खूफिया विभाग को विशेष निगरानी के लिये लगाया गया है।

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