खुशी प्रेम आनंद से आत्मा बनती उत्साही- ब्रह्म कुमार

– पांच दिवसीय तनाव मुक्त एवं मेडिटेशन अनुभूति शिविर का चैथा दिन
आदित्य शर्मा/न्यूज वाणी ब्यूरो
बिंदकी/फतेहपुर। खुशी प्रेम और आनंद ही आत्मा को अत्यधिक उत्साही बनाता है। जिससे मनुष्य का जीवन अच्छा हो जाता है। यह बात नगर के मूला देवी पार्क में प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के तत्वाधान में चल रहे पांच दिवसीय तनाव मुक्त एवं मेडिटेशन अनुभूति शिविर के चैथे दिन मुंबई से आए ब्रह्माकुमार प्रोफेसर गिरीश भाई ने कही।
उन्होंने कहा कि इस भौतिक युग में जीवन का बहुत समय केवल सोचने में चला जाता है और कुछ समय कोसने में चला जाता है ऐसी स्थिति में मनुष्य का जीवन बेकार हो जाता है इसलिए खुद कोशिश करना चाहिए संबंधों में मधुरता लाना चाहिए ताकि आत्मा प्रसन्न हो सके और जीवन भी सफल हो सके। उन्होंने कई उदाहरण देते हुए बताया कि अच्छे सत्संग से खराब से खराब इंसान भी अच्छा और नेक इंसान बन जाता है और दूसरे को भी नेक और अच्छा इंसान बनाने की कोशिश करने लगता है। उन्होंने बताया कि प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय के सानिध्य में भी आने से इंसान निश्चित रूप से सुख शांति को प्राप्त करता है और उसका जीवन सरल और सुगम हो जाता है कार्यक्रम का शुभारंभ दीप प्रज्वलन करके किया गया इसके उपरांत नन्ही बच्ची ने सुंदर प्रस्तुति कर मुख्य अतिथि का स्वागत भी किया। इस मौके पर ब्रह्माकुमारी सीता बहन के अलावा दिव्या, मिथिला, स्वाति, प्रियंका और कार्यक्रम में मौजूद आशा ओमर, संध्या देवी, माया ओमर, रानी ओमर, अंजू ओमर, सीता देवी, राधा देवी से तमाम लोग मौजूद रहे।

Leave A Reply

Your email address will not be published.