– प्राथमिक विद्यालय बरौंहा का निरीक्षण कर बच्चों से सुना पहाड़ा
– देवलान गौशाला के गौवंशों की जीओ टैगिंग कराने के दिये निर्देश
न्यूज वाणी ब्यूरो
फतेहपुर। जिलाधिकारी संजीव सिंह ने मंगलवार को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बहुआ, प्राथमिक विद्यालय बरौंहा व असोथर विकास खण्ड स्थित देवलान गौशाला का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान पीएचसी में खड़े अनाधिकृत वाहनों का चालान कराने के जहां निर्देश दिये। वहीं विद्यालय के निरीक्षण में बच्चों ने पहाड़ा सुना। उन्होने नवनिर्मित शौचालय में लगने वाली ईंट की गुणवत्ता को भी परखा। इसके बाद डीएम ने देवलान गौशाला का निरीक्षण करते हुए गौवंशों की जीओ टैगिंग कराने के निर्देश दिये। गौशाला में भूसा, पराली, पशु आहार पर्याप्त पाया गया।
जिलाधिकारी संजीव सिंह ने प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र बहुआ का आकस्मिक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान बच्चों के वजन रजिस्टर, प्रसव रजिस्टर, रेफरल रजिस्टर, प्रयोगशाला कक्ष, प्रसव कक्ष, दवा वितरण कक्ष, नर्स डियूटी रजिस्टर आदि को देखा। उन्होने एमओवाईसी को निर्देश दिये कि प्रसव रजिस्टर में प्रसूता के मोबाइल नम्बर अंकित किये जाये और कम वजन वाले बच्चों को जिला अस्पताल के एनआरसी में भर्ती कराये। ताकि बच्चे के सेहत में सुधार हो और बच्चा स्वस्थ्य रहे। उन्होने मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दिये कि अस्पताल में खडी जीप व आवास को नियमानुसार निष्प्रयोज्य कराया जाय। अस्पताल परिसर में खडी यूपी-71एएम/2610, यूपी-77यू/5619, यूपी-71एल/8999, यूपी-71/एसी0277, यूपी-71एल/3200 एवं यूपी-78आरसी/5326 को तत्काल चालान करने के निर्देश प्रभारी थानाध्यक्ष को दिये और कहा कि प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र को निरंतर चेक करें। यदि परिसर में वाहन मिलता है तो तत्काल चालान किया जाये। आशाओं एवं जननी सुरक्षा के भुगतान शत प्रतिशत करने के निर्देश एमओवाईर्सी को दिये। इसके उपरान्त जिलाधिकारी ने बरौहां प्राथमिक विद्यालय का भी निरीक्षण किया। जिसमें दो शिक्षक, दो शिक्षामित्र कार्यरत पाये गयें। बच्चों की उपस्थिति संतोषजनक पायी गयी। बच्चों से पठन-पाठन, जूता-मोजा, ड्रेस, स्वेटर, मिड-डे-मील, फल, दूध की जानकारी ली। जिसमें बच्चों द्वारा बताया गया कि सोमवार को फल, बुधवार को दूध मिलता है। उन्होने छात्र कक्षा-05 चन्द्रकेश से 19 का पहाडा भी सुना। विद्यालय में नवनिर्मित शौचालय में लगने वाली ईंट की गुणवत्ता को देखा। उन्होने सम्बन्धित को निर्देश दिये कि शौचालय निर्माण का कार्य जल्द से जल्द से पूरा किया जाय। तत्पश्चात जिलाधिकारी विकास खण्ड असोथर के देवालान गौशाला पहुंचे। जिसमें 254 गौंवंश पाये गये। उन्होने पशु चिकित्साधिकारी को निर्देश दिये कि जिन गौवंशों के जीओ टैगिंग नही हुई है तत्काल करायी जाये। उन्होने नेडफ के गड्ढे खुदवाने और जैविक खाद बनाने एवं चूना का छिडकाव कराने के निर्देश दिये। अधिशाषी अभियन्ता विद्युत को निर्देश दिये गौंशाला में तीसरा विद्युत फेस की आपूर्ति की जाये। गौशाला में भूषा, पराली, पशुआहार पर्याप्त पाया गया। इस अवसर पर खंड विकास अधिकारी, पशु चिकित्साधिकारी, जिला सूचना अधिकारी, एसएचओ सहित सम्बन्धित उपस्थित रहें।