नई दिल्ली। अरविंद केजरीवाल तीसरी बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री के तौर पर आज शपथ ग्रहण करने जा रहे हैं। बताया जा रहा है कि केजरीवाल की कैबिनेट में इस बार भी पुराने चेहरे ही नजर आएंगे। कोई भी नया चेहरा केजरीवाल की कैबिनेट में शामिल होने नहीं जा रहा है। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया का कहना है कि इसके कोई बुराई नहीं है, क्योंकि हमने इन्हीं मंत्रियों के काम के आधार पर चुनाव लड़ा था।
मनीष सिसोदिया से पूछा गया कि आखिर क्यों दिल्ली सरकार की कैबिनेट में पुराने विधायकों को फिर शामिल किया जा रहा है। इस पर उन्होंने कहा, ‘इसमें कुछ भी गलत नजर नहीं आता कि अरविंद केजरीवाल फिर से वही कैबिनेट चाहते हैं, जो पिछली बार थी। देखिए, जनता पिछली कैबिनेट में शामिल मंत्रियों के काम से खुश हैं। फिर हम इन मंत्रियों के काम के आधार पर ही फिर जीतकर सत्ता में आए हैं। इसलिए हम फिर से वही कैबिनेट रखने जा रहे हैं। हम दिल्ली की जनता के विश्वास को बनाए रखेंगे और बेहतर काम करेंगे।
शपथ ग्रहण से पहले अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा, ‘आज तीसरी बार दिल्ली के मुख्यमंत्री पद की शपथ लूंगा। अपने बेटे को आशीर्वाद देने रामलीला मैदान जरूर आइएगा।’ गौतलब है कि अरविंद केजरीवाल के शपथ ग्रहण समारोह से पहले रामलीला मैदान के आस-पास का इलाका छावनी में तब्दील कर दिया गया। दिल्ली पुलिस और अर्धसैनिक बल सहित 5000 से अधिक सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया। दिसंबर 2013 और फरवरी 2015 में भी केजरीवाल ने इसी मैदान में सीएम पद की शपथ ली थी।
उल्लेखनीय है कि रविवार को रामलीला मैदान के लगभग 20 फीट ऊंचे और 50 फीट के स्थायी मंच से केजरीवाल मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे। 50 मेहमानों के बैठने के लिए मुख्य मंच की दोनों ओर विशेष मंच बनाए गए हैं, जो दो फीट नीचे हैं। इस बार दिल्ली विधानसभा के चुनाव 8 फरवरी को हुए थे। 11 फरवरी को हुई मतगणना में आम आदमी पार्टी को 62 सीटें मिली। भाजपा को 8 सीटें मिली और कांग्रेस इस बार भी अपना खाता नहीं खोल पाई।