हफ्तेभर में 3 जगहों पर एवलांच होने से आर्मी के 20 जवान शहीद हुए है
श्रीनगर.कश्मीर के माछिल सेक्टर में बर्फ के नीचे दबे 5 आर्मी जवान शहीद हो गए। आर्मी ने उन्हें शनिवार को कड़ी मशक्कत के बाद रेक्स्यू कर लिया था, जिसके बाद उनका इलाज चल रहा था। पिछले हफ्ते गुरेज और सोनमर्ग में भी एवलांच होने से मेजर समेत कुल 15 जवान शहीद हुए थे। घाटी में खराब मौसम के चलते सभी 20 जवानों के पार्थिव शरीर सोमवार को श्रीनगर लाए जा सके। पिछले दिनों कश्मीर के कई इलाकों में एवलांच आए, जिनमें 6 आम लोगों की भी मौत हो गई थी। आर्मी चीफ बोले- PAK गोलाबारी से आ रहे एवलांच…
-रविवार को जम्मू-कश्मीर दौरे पर पहुंचे आर्मी चीफ विपिन रावत ने कहा, “ग्लोबल वॉर्मिंग के चलते कई ग्लेशियर में दरारें आ रही हैं। ऐसे इलाकों में भी एवलांच आ रहे हैं, जहां पहले ऐसा देखने को नहीं मिलता था। दावर और माछिल सेक्टर में एवलांच की घटनाएं ज्यादा हो रही हैं।”
– ”कई बार सीमा पार से हैवी फायरिंग की वजह से पहाड़ों की मिट्टी ढीली हो जाती है और एवलांच का खतरा बढ़ जाता है। एवलांच के खतरे वाली जगहों से फिलहाल आर्मी को हटा लिया है। हालांकि, अहम पोस्ट पर ऐसा हमेशा नहीं किया जा सकता।”
– ”खतरे वाले इलाकों की मैपिंग करने के लिए DRDO के तहत काम करने वाले स्नो एंड एवलांच स्टडी स्टैब्लिशमेंट की मदद ले रहे हैं।”
– वेदर डिपार्टमेंट ने घाटी के कुपवाड़ा, बांदीपुरा, बारामूला, गांदेरबाल, कुलगाम और करगिल में बड़े एवलांच का अलर्ट जारी किया है।
आर्मी को अब तक कितना नुकसान हुआ?
1. माछिल में आर्मी पोस्ट दबी, 5 जवान शहीद
– 28 जनवरी की सुबह कुपवाड़ा के माछिल में 56 राष्ट्रीय राइफल्स की एक पोस्ट कई टन बर्फ की चपेट में आ गई। यहां तक पहुंचने वाला रास्ता भी ब्लाक हो गया।
– जवानों को निकालने के लिए आर्मी ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया। शाम तक सभी जवानों को निकाल लिया गया, लेकिन सोमवार को सभी की इलाज के दौरान मौत हो गई।
– न्यूज एजेंसी के मुताबिक, जवानों के नाम- जीएनआर थामोथरा कन्नन, सिपाही अंबोर बालाजी भगवानराव, एसजीएमएन परमार देव हाजा भाई, सिपाही धवले गणेश किशन, एनके माने रामचंद्र शमराओ हैं।
2. गुरेज सेक्टर में 2 एवलांच, 14 जवान शहीद
– 24 जनवरी को हुए पहले एवलांच में एक आर्मी पोस्ट चपेट में आई। एक जूनियर कमीशंड ऑफिसर (जेसीओ) समेत 7 जवान शहीद हो गए।
– इसके बाद दूसरे एवलांच में आर्मी की पैट्रोलिंग पार्टी फंस गई। इस हादसे में 7 जवान शहीद हो गए। फिर भी यहां कुछ जवानों के फंसे होने की आशंका थी।
3. कई टन बर्फ में दबे मेजर की ताले से बची जान, एक शहीद
– 25 जनवरी को सोनमर्ग में आर्मी बैरक पर कई टन बर्फ गिर गई। करीब नौ जवान इसमें दब गए थे। मेजर अमित सागर शहीद हो गए, बाकी को बचा लिया गया।
– इन्हीं में शामिल थे मेजर श्रीहरि कुगजी। वे बर्फ के नीचे दबे थे, अचानक उन्हें संदूक का एक ताला मिला गया, वे इससे बर्फ पर लगातार वार करते रहे।
– बर्फ का कुछ हिस्सा टूटा और मेजर ने हाथ बाहर निकालकर अंगुलियां हिलानी शुरू कीं। रेस्क्यू टीम की नजर मेजर की हिलती उंगलियों पर पड़ी और उन्हें निकाल लिया।
# गांव वाले भी प्रभावित, अब तक 6 की मौत
– पिछले 4 दिनों में भारी बर्फबारी के बाद आए एवलांच में अब तक 6 सिविलियन की मौत हुई है।
– गुरुवार को बारामूला सेक्टर के उड़ी इलाके में 60 साल के एक शख्स की मौत हो गई।
– गुरेज सेक्टर के बादूगम गांव में भी बुधवार सुबह एवलांच आया। जिसकी चपेट में एक घर आने से 4 लोगों की मौत हो गई।
# बर्फबारी के वक्त सोनमर्ग इलाका खाली हो जाता है
– सोनमर्ग के आसपास 4-5 गांव हैं। इस मौसम में यह इलाका करीब-करीब खाली हो जाता है। आम लोग मैदानी गांव में शिफ्ट हो जाते हैं।
– इस दौरान इस इलाके में सिर्फ आर्मी जवान ही तैनात रहते हैं।
– ऑफिशियल ने पिछले दिनों भारी बर्फबारी की वजह से यहां एवलांच की वॉर्निंग जारी की है। लोगों से कहा गया है कि वे पहाड़ी इलाकों से दूर रहें।
# पिछले साल एवलांच में 10 जवान शहीद हुए थे
– बीते साल 10 फरवरी को नॉर्थ ग्लेशियर में एवलांच की चपेट में आने से 19 मद्रास रेजिमेंट के 10 जवान शहीद हो गए थे।
– लांस नायक हनुमनथप्पा को कई दिन बर्फ में दबे होने के बाद सुरक्षित निकाला गया था। हालांकि, बाद में हॉस्पिटल में उनकी मौत हो गई थी।
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