अन्ना मवेशियों ने चरी गेहूं-सरसों की फसल

– अन्ना मवेशियों के आतंक से नहीं मिल पा रहा छुटकारा
न्यूज वाणी ब्यूरो
जहानाबाद/फतेहपुर। अन्ना मवेशियों के आतंक से किसानों को छुटकारा नहीं मिल पा रहा है। फसलों के बचाव के इंतजाम भी नाकाफी हैं। खेतों में चारों ओर लगाए गए कटीले तार फांद कर मवेशी खेत में घुस जाते हैं। कई किसानों की हरी-भरी फसल को मवेशियों के झुंड ने नष्ट कर दिया है। बसफरा गांव के बृजेश तिवारी राजू यादव की एक बीघा गेहूं व डेढ़ बीघा सरसों की फसल को मवेशियों ने अपना चारा बना डाला।
किसानों ने अन्ना मवेशियों से फसल बचाने के लिए खेतों में कटीले तार लगा रखी हैं। उसको भी पार कर अन्ना मवेशी खेतों में घुस जाते हैं। सर्दी के मौसम में किसानों को रात भर खेतों में रहना पड़ता है। विकास खंड अमौली क्षेत्र में बंन्थरा, खजूरिहा, कपिल, सराय धरमपुर, पनेरुवा, पिपरहापुर आदि गांव के ग्रामीण अन्ना मवेशियों से परेशान हैं। खेत में तार खींचने के लिए लगाए गए सीसी व लकड़ी के खंभों को धक्का देकर गिरा देते हैं। फिर उसी जगह से खेत के अंदर घुस जाते हैं। कई किसानों की खेतों में गेहूं व सरसों की हरी-भरी फसल को चर कर नष्ट कर चुके हैं। बसफरा के किसान राजू यादव के गांव के किनारे बोई गेहूं की फसल को अन्ना मवेशियों ने अपना चारा बना डाला। अब खेत में गेहूं के पौधे में डंठल खड़े हैं। खजूरिहा गांव के किसान धर्मेंद्र पाल बताते हैं कि अन्ना मवेशी लहराती हरि भरो फसलों पर हमला बोल कर नष्ट कर रहे हैं। गजब दूध देना बंद कर देती है तो बाहरी लोग उसे छोड़ देते हैं। अन्ना जानवरों की दिन-प्रतिदिन संख्या बढ़ती जा रही है। किसान बताते हैं कि रात में फसलों की रखवाली करते हैं लेकिन जिस छोर में रहते हैं। उसके दूसरे छोर से मवेशी आकर खेत में बैठ जाते हैं। कुछ फसल अन्ना मवेशियों का चारा बन गई और कुछ उनके बैठने से नष्ट हो गई।

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