बैठक में अनुपस्थित एआरटीओ का वेतन रोकने के डीएम ने दिये निर्देश

न्यूज वाणी ब्यूरो
हमीरपुर। कर करेत्तर एवं राजस्व कार्यों की मासिक समीक्षा बैठक जिलाधिकारी डॉ ज्ञानेश्वर त्रिपाठी की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार कक्ष में सम्पन्न हुई। बैठक में अनुपस्थित एआरटीओ का जिलाधिकारी ने वेतन रोकने के निर्देश दिए। वन विभाग की वसूली लक्ष्य के अनुसार कम पाए जाने पर जिलाधिकारी ने स्पष्टीकरण प्राप्त करने के निर्देश दिए।
बैठक को सम्बोधित करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि सभी विभागों को जो वार्षिक लक्ष्य दिए गए हैं उनको समय से प्राप्त कर लिया जाय अन्यथा की स्थिति में प्रतिकूल प्रविष्टि दी जाएगी। उन्होंने कहा कि गत वर्ष की तुलना में जिन तहसीलों में विविध देयों की वसूली कम पाई जाय उस संबंधित तहसीलदार को चेतावनी नोटिस जारी की जाय। कहा कि कर वसूली में कोई लापरवाही न बरती जाए। गत वर्ष की तुलना में परिवहन निगम द्वारा कम वसूली पर जिलाधिकारी ने नाराजगी व्यक्त करते हुए लक्ष्य के अनुसार राजस्व प्राप्त करने के निर्देश दिए। वाणिज्य कर विभाग की समीक्षा करते हुए वसूली बढ़ाने के उन्होंने निर्देश दिए तथा कहा कि अपंजीकृत व्यवसाइयों का पंजीकरण किया जाय। समाधान योजना का प्रभावी ढंग से क्रियान्वयन किया जाय, प्रवर्तनीय कार्यवाही भी की जाय। उन्होंने कहा कि आबकारी विभाग द्वारा अवैध शराब पर प्रवर्तनीय/छापेमार कार्यवाही की जाय तथा अवैध शराब के प्रकरणों पर एफआईआर दर्ज कराई जाए। वार्षिक लक्ष्य के अनुसार राजस्व प्राप्त किया जाय। नगरीय निकायों की समीक्षा में उन्होंने गृहकर, जलकर सहित विभिन्न करों को वसूलने के निर्देश दिए तथा कहा कि नगरीय निकायों में आय बढ़ाने के प्रयास किए जाएं। उन्होंने कहा कि एसडीएम द्वारा विविध देयो की मांग के सापेक्ष वसूली समय से की जाय। मंडी सचिवों द्वारा लक्ष्य के सापेक्ष समय से मंडी शुल्क वसूला जाय। कहा कि सभी ओवरलोड वाहनों पर जुर्माना लगाने के साथ ही एफआईआर दर्ज कराई जाए। एसडीएम तथा ईओ द्वारा अतिक्रमण हटाने का तथा प्लास्टिक के प्रयोग पर प्रवर्तनीय कार्यवाही की जाय। भेड़ी डाँडा में चकबंदी कार्य को शीघ्र पूर्ण किया जाय। सभी ग्राम पंचायतों में चारागाह विकसित किया जाय। गौ आश्रय स्थलों के किनारे वृक्षरोपण किया जाय। गो आश्रय स्थलों में चारा पानी भूसे आदि की समुचित प्रबंध किए जाएं। शहरी क्षेत्रों में एक भी जानवर सड़कों पर नहीं घूमना चाहिए। दूध निकालकर पशुओं को खुला छोड़ने वाले पशुपालकों पर जुर्माना लगाने की कार्रवाई की जाए। जिलाधिकारी ने कहा कि विभागों को कर वसूली के जो लक्ष्य प्राप्त हुआ है। उनको समयबद्ध ढंग से 100ः प्राप्त किया जाय इसमे किसी प्रकार की शिथिलता न बरती जाए। 03 वर्ष से पुराने राजस्व वादों का प्राथमिकता के साथ निस्तारण किया जाए। चकरोड, तालाब आदि पर किसी भी प्रकार का कब्जा नहीं मिलना चाहिए इस पर एसडीएम द्वारा विशेष नजर रखी जाए। इस मौके पर अपर जिलाधिकारी विनय प्रकाश श्रीवास्तव, डिप्टी कलेक्टर संजीव शाक्य, समस्त एसडीएम, डिप्टी कमिश्नर वाणिज्यकर जयसेन, समस्त तहसीलदार सहित अन्य संबंधित विभागों के जिला स्तरीय अधिकारी मौजूद रहे।

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