उत्तर प्रदेश यूपी में अफसरों की लापरवाही से चार शहर मेरठ, गाजियाबाद, रायरबेली व रामपुर स्मार्ट सिटी परियोजना में शामिल होने से चूक गए हैं। केंद्र सरकार की कसौटी पर इन शहरों के प्रस्ताव खरे नहीं उतर पाए हैं। यूपी के अब 10 शहर ही स्मार्ट सिटी बन पाएंगे। यूपी के 13 शहर हुए थे चयनित केंद्र सरकार ने 24 जून 2015 को देश के 100 शहरों को स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित करने की घोषणा की थी। इसमें यूपी के 13 शहरों लखनऊ, कानपुर, वाराणसी, आगरा, झांसी, अलीगढ़, सहारनपुर, मुरादाबाद, बरेली, इलाहाबाद, रायबरेली, गाजियाबाद व रामपुर चयन किया गया। यूपी सरकार द्वारा कराए गए श्रेणीकरण में अंकों के आधार पर रायबरेली व मेरठ को बराबर-बराबर अंक मिले थे। इसके आधार पर यूपी के 13 के स्थान पर 14 शहरों का प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा गया। केंद्र सरकार ने राज्यों से शहरों को स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित करने के लिए प्रस्ताव मांगा था। इसमें जनता के सुझाव पर प्रस्ताव तैयार किए जाने थे। केंद्र सरकार ने स्मार्ट सिटी में प्रस्तावों को पास करने के लिए अंक तय कर रखे थे। केंद्र ने सर्वाधिक अंक पाने वाले शहरों के प्रस्तावों को ही मंजूरी दी। यूपी से सभी 14 शहरों को स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित करने के लिए प्रस्ताव केंद्र को कई बार भेजे गए, लेकिन चार शहरों गाजियाबाद, मेरठ, रायबरेली और रामपुर के प्रस्ताव कसौटी पर खरे नहीं उतर सके। केंद्र सरकार देशभर के 100 शहरों को स्मार्ट सिटी के रूप में विकसित करने के लिए चुन चुकी है। अब उसे और शहर नहीं चुनना है। इसके चलते यूपी के चार शहर स्मार्ट सिटी परियोजना में शामिल होने से वंचित रह गए हैं।