कल रात यहां 15 हजार से ज्यादा की भीड़ थी, 15 घंटे में डीटीसी और प्राइवेट बसों से लोगों को यूपी के शहरों में पहुंचाया गया; अब सिर्फ 500 बचे
नई दिल्ली- लॉकडाउन के ऐलान के बाद से ही दिल्ली में काम करने वाले लोग अपने राज्यों की ओर जाने लगे थे। लेकिन, शनिवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री ने पैदल आ रहे लोगों को उनके गांवों और शहरों तक पहुंचाने की घोषणा कर दी। इस घोषणा के बाद दिल्ली से हजारों लोग शनिवार शाम अपने घरों से निकलने लगे। लोगों को लगा कि वे बसों से घरों तक आसानी से पहुंच जाएंगे। नतीजा यह हुआ कि आनंद विहार अंतरराज्यीय बस टर्मिनल पर शनिवार रात 15 से 20 हजार लोग इकट्ठा हो गए थे। लोगों को तो परेशानी हो ही रही थी, पर इतनी भीड़ देखकर प्रशासन के भी हाथ-पैर फूल गए।
लगातार बढ़ रही भीड़ को देखते हुए दिल्ली सरकार ने शनिवार रात से ही लोगों को डीटीसी की बसों से उत्तर प्रदेश बॉर्डर से लगने वाले लाल कुंआ इलाके के पास छोड़ना शुरू किया। इसके लिए लगभग 600 बसें लगाई गईं। केजरीवाल सरकार ने प्राइवेट बस संचालकों से भी बात कर करीब 300 बसें हायर की हैं। ये बसें सुबह 6 बजे से गोरखपुर, आगरा, एटा, इलाहाबाद, लखनऊ जैसे शहरों में मुसाफिरों को पहुंचाने में लग गईं।
रविवार को भी सुबह से ही दिल्ली के अलग-अलग इलाकों से लोग आनंद विहार अंतरराज्यीय बस टर्मिनल आने लगे। दिल्ली पुलिस बैरिकेड लगाकर इन लोगों को यहां आने से रोक रही है। इन्हें अपने वर्तमान ठिकानों पर लौटने के लिए कहा जा रहा है। कुछ लोग लौट भी रहे हैं, लेकिन अभी भी करीब 500 के आसपास लोग यहां खड़े हैं। दिल्ली पुलिस, प्रशासन के साथ ही एनडीआरएफ, दिल्ली नागरिक सुरक्षा की टीम यहां मौजूद है। ये तमाम लोग यहां व्यवस्था बनाने में लगे हुए हैं।बस टर्मिनल पर इकट्ठा हो रहे लोगों को पुलिस जवान लगातार समझाइश दे रहे हैं। लोगों को समझाया जा रहा है कि ‘आप लोगों को परेशान होने की जरूरत नहीं है। सभी के लिए उचित व्यवस्था की गई है।’ इन्हें मास्क लगाने और एक-दूसरे से दूर-दूर खड़े रहने के लिए भी लगातार कहा जा रहा है। एनडीआरएफ की टीमें यहां लोगों के हैंड सेनिटाइज करने के काम में भी लगातार जुटी हुई हैं।