दूसरे प्रदेशों से आये 1238 लोगों ने जिला अस्पताल में कराया परीक्षण – संक्रमित व्यक्ति न मिलने से विभाग ने ली राहत की सांस
न्यूज वाणी ब्यूरो
फतेहपुर। कोरोना वायरस को लेकर देश के प्रधानमंत्री ने 14 अपै्रल तक के लिए 21 दिनों तक लाक डाउन पूरे देश में लागू किया है। लाक डाउन में लगाई गयी पाबंदियों को लेकर दिल्ली सहित कई हिस्सों में यूपी, बिहार के कामगार मजदूरों के सामने उत्पन्न हो रही खाने-पीने की दिक्कतों से निजात पाने के लिए ऐसे मजदूर परिवार सहित पलायन के लिए मजबूर हो गये हैं। सोमवार को भी दिल्ली सहित कई स्थानों से जिले के तमाम लोग अपने वतन को लौट आये हैं। जिला चिकित्सालय में गैर जनपद से आने वाले 1238 लोगों की जांच की गयी। जिसमे कोई भी व्यक्ति संक्रमित नही पाया गया। जांचोपरान्त सभी को सावधानी बरतते हुए अपने गन्तव्य को जाने के लिए सलाह दी गयी।
बताते चलें कि लाक डाउन के चलते सबसे अधिक कामगारों की संख्या दिल्ली में है। पिछले दो दिनों से लोग तमाम दिक्कतों से निजात पाने के लिए अपने वतन लौटने को सडकों पर उतर आये हैं। प्रदेश सरकार ने दिल्ली से नोएडा, आनन्द बिहार व अन्य स्थानों पर आये लोगों को भेजवाने के लिए एक हजार रोडवेज बसों की व्यवस्था की है। इन्ही बसों के जरिए जहां रविवार को आठ बसों से लगभग 12 सौ लोग मुख्यालय के रोडवेज बस स्टाप पर आये थे। वहीं दूसरे-दिन भी तमाम लोग रोडवेज सहित अन्य साधनों के अलावा पैदल भी यहां पहुंचे हैं। सोमवार को तमाम लोग जिला चिकित्सालय पहुंचे। जिनकी संख्या 1238 दर्ज की गयी है। मेडिकल स्टाफ ने इन लोगों का तापमान परखा और किसी को भी अस्वस्थ्य न पाये जाने पर अपने-अपने घरों को बचाव की हिदायत के साथ जाने की सलाह दी गयी। जांच कराने आये इन तमाम लोगों में कुछ बहुआ व जाफरगंज थाना क्षेत्र के रहने वालों ने बताया कि सभी लोग दिल्ली से आये हैं। कहीं लोडर मिला है तो कहीं अन्य साधन मिले हैं। इसके बाद भी दर्जनों लोग लगभग डेढ सौ किलोमीटर पैदल भी चले हैं। इन दर्जन भर लोगों में अपने पैरों के छालों को भी दिखाते रहे। कई लोग पैरों में दर्द के चलते लंगडाते हुए भी दिखे। लेकिन बिना साधन के उनमे गांव जाने की ललक दिखी। कई लोगों ने बताया कि जब वह डेढ सौ किलोमीटर पैदल चलकर यहां तक आ गये हैं। तो अब बमुश्किल 50 किलोमीटर का सफर तय करने में पैरों में पडे छाले भी उनके जुनून को नही रोक सकते।