फतेहपुर। न्यूज़ वाणी नफीस जाफ़री अलग-अलग संगठनों मे बंटे ब्राम्हण समाज भगवान परशुराम जयंती के लिए एक साथ खड़े होने का निर्णय लेते हुए गरीब ब्राम्हणों की मदद करने एवं समाज मे अपनी एकजुटता की ताकत का एहसास कराने के लिए कई संगठनों ने ब्राम्हण चेतना मंच मे अपना विलय कर लिया और एक साथ समाज की लड़ाई लड़ने का दम भरा। शुक्रवार को शादीपुर स्थित एक रेस्टोरेंट मे पत्रकारों से बातचीत करते हुए ब्राम्हण चेतना मंच के राजेन्द्र त्रिवेदी, सुशील मिश्रा एडवोकेट, प्रदीप गर्ग, शिवाकांत दीक्षित, शिवचन्द्र शुक्ला, प्रेमशंकर त्रिवेदी ने संयुक्त रूप से कहा कि ब्राम्हण समाज अलग-अलग संगठनों मे बंटे होने के कारण समाज को मजबूती नही मिल पा रही है जिसके लिए ब्राम्हण समाज के लोगों ने निर्णय लिया कि ब्राम्हणों का सिर्फ एक संगठन होगा जो ब्राम्हण चेतना मंच है जिसमे ब्राम्हण कल्याण संस्थान, सर्व ब्राम्हण समाज समेत अन्य संगठनों ने विलय करते हुए एकजुट होकर अपनी ताकत का एहसास करायेगा जिसके लिए ब्राम्हण चेतना मंच के अध्यक्ष केएन अग्निहोत्री समेत 16 सदस्यीय कमेटी बनायी गयी है। अब एक संगठन के नीचे ब्राम्हण समाज को मजबूत किया जायेगा। ब्राम्हण चेतना मंच के पदाधिकारियों ने कहा कि 18 अप्रैल को भगवान परशुराम जयंती पर ब्राम्हण समाज अपनी ताकत का एहसास एकजुट होकर दिखायेगा। जिसमे भगवान परशुराम जयंती धूमधाम के साथ मनायी जायेगी। शोभायात्रा, बटुकों का उपनयन संस्कार, विशाल भण्डारे के अलावा यदि जयंती के मौके पर कोई गरीब परिवार विवाह के लिए आता है तो ब्राम्हण चेतना मंच के लोग उसका विवाह भी कराने का कार्य करेगें।