फतेहपुर।न्यूज़ वाणी, गरीब परिवार में जन्म लेने के बाद भी पढ़ लिखकर कुछ बनने की तमन्ना रखने वाला एक युवक घर की आर्थिक स्थित खराब होने को लेकर कासगंज जनपद में मजदूरी करता था और अपने गृह जनपद मिर्जापुर में पढाई भी करता था। लाकडाउन की बंदिशों के चलते वह अपने घर जाने के लिए बेताब था। बेताबी इस कदर थी कि वह कासगंज जनपद से अपने घर जाने के लिए साथियों संग पैदल ही निकल पडा था। लम्बा सफर तय करते हुए वह जिले की जनपद सीमा छिवली नदी तक आ गया था। लेकिन सीमा सुरक्षा में लगी पुलिस ने उसे आगे बढ़ने से रोक दिया था। घर जाने की तमन्ना लेकर निकला युवक अपने कदमों को नही रोक पा रहा था। जैसे ही वह किसी तरह औंग थाना क्षेत्र के आशापुर डाक बंगले के निकट पहुंचा। तभी भीषण धूप व तपिश के थपेड़ों से वह गश खाकर गिर गया। जिससे उसकी मौत हो गयी।
जानकारी के अनुसार मिर्जापुर जनपद के थाना मड़िहान गांव हिनौता निवासी स्वामीनाथ बघेला का पुत्र राजा बाबू शहर में ही पढ़ाई कर रहा था। घर की आर्थिक स्थित बेहतर न होने के कारण अपनी पढ़ाई के लिए वह मजदूरी करने के लिए कासगंज जनपद चला गया था। तभी बीच में ही वाराणसी जनपद के रामनगर निवासी लल्लू प्रसाद का पुत्र पंकज भी कासगंज में अपने अन्य साथियों के साथ मजदूरी करता है। सभी लोग लाक डाउन की बंदिशों के साथ-साथ रोजगार छिन जाने से परेशान होकर पैदल ही अपने गृह जनपद के लिए चल दिये। तभी रास्ते में पंकज व राजा बाबू की मुलाकात हो गई। जब यह लोग फतेहपुर-कानपुर बॉर्डर पहुंचे तभी बॉर्डर पर ड्îूटी पर तैनात पुलिस कर्मियों ने उन्हें नहीं आने दिया। जिस पर सभी लोग छिवली नदी किनारे-किनारे आगे बढ़े और नहर होते हुए इस पार आ गये। बताया जा रहा है कि राजा बाबू ने नदी में स्नान किया और नदी के पानी को पी भी लिया था। कुछ दूर चलने के बाद एक पेड़ के नीचे सभी लोग बैठ गए। कुछ देर बाद राजा बाबू बेहोश हो गया। जिस पर साथ में मौजूद पंकज ने इसकी जानकारी पुलिस को दी। मौके में पहुंची पुलिस ने अचेत युवक को 108 नंबर एंबुलेंस से उपचार के लिए जिला चिकित्सालय भिजवाया। जहां इमरजेंसी में तैनात चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया। सूचना पाकर पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर विच्छेदन गृह भेज दिया। वहीं माच्र्युरी हाउस में मौजूद पंकज ने बताया कि वह अपने साथियों के साथ कासगंज में मजदूरी करता है। लाकडॉउन के दौरान अपने शहर जाने के लिए कोई वाहन न मिलने पर वह पैदल चल दिया था। सभी रास्ते में उसे राजा बाबू मिल गया और हम सभी लोग पैदल एक साथ आ रहे थे। तभी यह हादसा हो गया है।