आगरा जिला प्रशासन की नाकामियों पर फूटा गुस्सा आगरा के महापौर नवीन जैन ने मुख्यमंत्री को लिखा एक मार्मिक पत्र बोले मेरे आगरा शहर को बचा लीजिए’
न्यूज़ वाणी ब्यूरो/विष्णु सिकरवार ब्यूरो
आगरा- आगरा वैश्विक महामारी कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए शासन से प्रशासन तक व खुद देश का हर नागरिक इस वक़्त संकट की घड़ी में लॉक डाउन का पालन करते हुए घरों मै कैद है। वाबजूद इसके संक्रमण अपना बिकराल रूप दिखाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा है।आगरा में तीन सौ का आंकड़ा पार करने के बाद व नौ मौत के बाद आगरा के जनप्रतिनिधि सहित आगरा के महापौर नवीन जैन ने कोरोना के इस महामारी से निपटने व आगरा के हालातों से जूझते व आगरा के प्रशासन की नाकामियों से त्रस्त होकर यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लिखा यह पत्र सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इस पत्र में कोरोना वायरस से जूझ रही ताजनगरी में दूध-सब्जी समेत चिकित्सा सुविधाओं की दिक्कतों के कारण लोगों की परेशानी पर महापौर नवीन जैन ने एक मार्मिक अपील लिख अपना दर्द वायां किया है। बता दे कि कोरोना वायरस संक्रमण से जूझ रही ताजनगरी में दूध-सब्जी समेत चिकित्सा सुविधाओं की दिक्कतों के कारण लोगों की परेशानी पर महापौर नवीन जैन ने यह मार्मिक पत्र लिखा। जिसमें लिखा था। मेरा आगरा संकट में है आगरा को बचाने के लिए कड़े निर्णय लेने की जरूरत है। आपसे हाथ जोड़कर प्रार्थना है कि मेरे आगरा को बचा लीजिए, बचा लीजिए… महापौर नवीन जैन ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उपमुख्यमंत्री व आगरा जिला प्रभारी दिनेश शर्मा से स्पष्ट शब्दों में लिख कर कहा है। कि आगरा में कोरोना संक्रमण को रोकने में स्थानीय जिला प्रशासन नाकाम साबित हो रहा है।व लिखा कि स्थानीय प्रशासन द्वारा हॉटस्पॉट क्षेत्र में बनाए गए क्वारंटीन सेंटरों में लापरवाही का आलम है यहां कई दिनों तक जांच नहीं हो पा रही है ना ही वहां मरीजों के लिए भोजन एवं पानी का उचित व्यवस्था की जा रही है। आलम ये है कि आगरा के सरकारी अस्पताल में कोरोना मरीजों को छोड़ अन्य किसी भी तरह के मरीजों को नहीं देखा जा रहा है। इस वक़्त शहर की स्थिति काफी विस्फोटक हो चुकी है। मेयर नवीन जैन ने मुख्यमंत्री योगी से कहा है कि शहर में डोर स्टेप डिलीवरी के प्रशासन के दावे खोखले सावित हो रहे हैं। स्थिति यह है कि आगरा के एक जिम्मेदार अधिकारी सीएमओ जिला अस्पताल की व्यवस्थाओं को संभाल नहीं पा रहे हैं।