अगर वरिष्ठ चिकित्सक आलोक कुमार की तरह दिया जाये कोरोना मरीजों को इलाज तो क्यो न होंगे वह ठीक वीडियो काॅल पर लेते हाल-चाल, एक भर्ती लड़की को माना खुद की बेटी काफी हद तक लौटा उसका खोया आत्मविश्वास-मुस्कुराने पर भी कर दिया मजबूर
न्यूज़ वाणी ब्यूरो/सुनील कुमार पालीवाल
फिरोजाबाद-वैसे तो सुहागनगरी में दिन ब दिन कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है लेकिन इन सबके बीच एक अच्छी बात यह है कि जिस तरह से जिला अस्पताल के आईशोलेशन वार्ड में भर्ती मरीजों की ओर जिला यहां के वरिष्ठ चिकित्सक आलोक कुमार द्वारा वर्तमान में गौर किया जा रहा है, अगर इसी तरह हर चिकित्सक द्वारा नियमित हर कोरोना मरीज का ध्यान रखा जाये तो वाकई कोरोना पाॅजीटिव लोगों का भी खोया हुआ उत्साह वापिस होगा और वह जल्दी ठीक होने की दिशा में बढ़ेंगे। यहां इस खबर का उद्देश्य महज इतना है कि सकारात्मक सोच के साथ जिले में जहां जहां आईशोलेशन हैं वहां उन मरीजों के साथ कैसे पेश आया जाये, किस तरह उनकी सोच बदली जाये बस इतना ही है, ताकि काफी हद तक स्थिति बेहतर की जा सके ज्ञात हो बीते दिनों जिला अस्पताल के आईशोलेशन में भर्ती एक युवती का वीडियो वायरल हुआ था उसकी स्थिति गंभीर है कोई देख नहीं रहा, जब हमारी मीडिया टीम ने इसको लेकर सर्वे किया तो स्थिति कुछ और निकल कर सामने आयी। जिसमें डा. आलोक कुमार ने उस युवती को न केवल अलग रूम में डिप्रेशन से बचाने को शिफ्ट कराया, बल्कि उससे रोजाना वीडियो काॅल कर उसका हाल चाल लेते हैं और उससे वीडियो काॅल पर कहा है घबराना मत वह उनकी बेटी है, अपनी बेटी की तरह उसे वीडियो काॅल पर प्यार दे रहे हैं, ताकि उसका खोया आत्मविश्वास लौटे और वह जल्दी स्वस्थ हो सके इसका सकारात्मक परिणाम भी सामने आ रहा है, युवती की हालत में काफी हद तक सुधार हुआ है। वे अन्य भर्ती मरीजों से भी ऐसे ही बात कर उनका हाल चाल लेते रहते हैं। धन्य हों ऐसे चिकित्सक, अगर उनकी तरह जिले में हर जगह आईशोलेशन में चिकित्सक इसी तरह कोरोना मरीजों के साथ व्यवहार कर उनका इलाज करें तो संभावना यह भी हो सकती है कि जिस तरह दिन ब दिन पाॅजीटिव संख्या बढ़ रही है उससे ज्यादा तेजी से मरीजों के ठीक होने की संख्या भी बढ़ेगी