देश में लॉकडाउन-4 का पहला दिन पंजाब में नियमों का उल्लंघन- मंदिर खुले; कर्नाटक में सलून खुले, दिल्ली और केरल में सड़कों पर ट्रैफिक
नई दिल्ली- देश में लॉकडाउन फेज-4 का सोमवार को पहला दिन है। केंद्र सरकार ने लॉकडाउन 31 मई तक भले ही बढ़ा दिया है, लेकिन सख्त पाबंदियां सिर्फ कंटेनमेंट जोन तक सीमित कर दी हैं। पहले दिन देश के अलग-अलग हिस्सों में इसका असर भी देखने को मिल रहा है। पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में फुटवियर, इलेक्ट्रॉनिक्स और बैग-हेलमेट की दुकानें खुलने की तस्वीरें सामने आईं।
वहीं, कर्नाटक में सलून खोले गए। इसी तरह, दिल्ली और केरल के कोच्चि में सड़कों पर वाहन दिखे। पंजाब के अमृतसर में सरकार की गाइडलाइन के खिलाफ मंदिर खुले। लोग यहां पूजा करने पहुंच गए।
केंद्र सरकार ने लॉकडाउन फेज- चार 31 मई तक बढ़ा दिया है। कंटेनमेंट जोन के बाहर बस-टैक्सी और अन्य यात्री वाहन चलाने की छूट दी गई है। राज्य आपसी सहमति से अंतरराज्यीय बसें भी चला सकेंगे। गृह मंत्रालय ने रविवार को जारी आदेश में स्पष्ट किया कि जिन गतिविधियों का विशेष तौर पर उल्लेख कर पाबंदी नहीं लगाई है, कंटेनमेंट जोन के बाहर उन सभी गतिविधियों को छूट रहेगी। यानी सलून, ऑटोमोबाइल, वर्कशॉप, इलेक्ट्रॉनिक्स, कपड़े इत्यादि सभी तरह की दुकानें और बाजार खोले जा सकेंगे, लेकिन धार्मिक स्थल, स्कूल और कॉलेज खोलने पर प्रतिबंध रहेगा।
पंजाब : मंदिर के पुजारी ने कहा- लोगों ने दर्शन करने की प्रार्थना की
अमृतसर में माता भद्रकाली मंदिर सोमवार को खोल दिया गया। यहां लोग दर्शन करने भी पहुंचे। मंदिर के पुजारी ने बताया, ‘हमने लोगों से घर में रहने की अपील की, लेकिन कोई मानने को तैयार नहीं थे। वे दर्शन करने की प्रार्थना कर रहे थे। हमने भी इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का ध्यान रखा। श्रद्धालु जल्दी आएं और जाएं, इसको सुनिश्चित किया।’
पंजाब में कंटेनमेंट जोन्स के अलावा बाकी जगहों को आज से खोला जा रहा है। कर्फ्यू हटा दिया गया है। अब केवल लॉकडाउन रहेगा। इसके अलावा छोटे दुकानदारों और व्यापारी दुकानें खोल पाएंगे। सरकारी और प्राइवेट ऑफिसों को भी खोलने की इजाजत दी गई है। बस सेवा को भी शुरू करने का ऐलान किया गया है। टैक्सी सर्विस और ऑटो रिक्शा भी आज से चलेंगे। दोपहिया और चार पहिया वाहनों को गाइलाइंस के मुताबिक ही चलने की इजाजत है।स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, दिल्ली के सभी 11 जिले रेड जोन में हैं। अब केंद्र ने राज्यों को जोन तय करने की छूट दे दी है। ऐसे में दिल्ली के कई इलाके रेड जोन से बाहर हो सकते हैं। दिल्ली सरकार ने मांग की थी कि पूरे शहर को जिलों के आधार पर रेड जोन घोषित करने की बजाय वार्डों के हिसाब से जोन तय होने चाहिए। बताया जा रहा है कि दिल्ली सरकार केंद्र की सभी गाइडलाइंस को लागू करेगी। बसें चलाई जाएंगी तो एक बस में 20 लोगों को ही बैठने दिया जाएगा।