नई दिल्ली । वायुसेना अब तक के सबसे बड़े युद्धाभ्यास गगनशक्ति मे चीन से लगने वाली उत्तर और पूर्वी सरहद पर अपनी पूरी मारक क्षमता का प्रदर्शन कर रही है। रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण गुरूवार को असम के छबुआ एयर बेस जाकर गगनशक्ति युद्धाभ्यास में वायुसेना की मारक क्षमता का खुद जायजा लेगी।
इस अभ्यास मे वायुसेना के सबसे बड़े मालवाहक जहाज सी-17 ग्लोबमास्टर, आईएल 76, सी 130 जे सुपर हरक्यूलिस जैसे विमानों की मदद से ऊंचे पहाड़ी इलाकों में जवानों को उतारने का अभ्यास किया जा रहा है। इससे पहले वायुसेना ने पाकिस्तान से लगने वाले फ्रंट पर अपनी पूरी मारक क्षमता का प्रदर्शन किया था। पिछले 30 सालों में सबसे बड़े युद्धाभ्यास गगनशक्ति के दौरान वायुसेना चीन और पाकिस्तान से लगने वाली दोनों सरहद पर एक साथ लड़ाई लड़ने यानि टू फ्रंट वार की रणनीति को अंजाम दे रही है।
बता दें कि अब तक के सबसे बड़े युद्धाभ्यास में करीब 600 लड़ाकू विमानों के साथ ट्रांसपोर्ट विमान और हेलीकॉप्टर्स को मिला दें तो इस युद्धाभ्यास में करीब 1100 विमान और हेलीकॉप्टर हिस्सा ले रहे हैं। इनमें तेजस, सुखोई 30, मिग 29, जगुआर, मिराज-2000 शामिल हैं।