फतेहपुर। न्यूज़ वाणी नफीस जाफरी शहर में जमीन के एक टुकड़े को लेकर घटित हुए आबूनगर हत्याकांड में पुलिस व प्रशासन की लापरवाही को लेकर गुरुवार को सदर विधायक विक्रम सिंह पीड़ितों संग लखनऊ में मुख्यमंत्री से मिले। पीड़ित परिवार ने अपना दर्द सुनाते हुए लेखपाल, कानूनगो और तहसीलदार की भूमिका की जांच कराकर मुकदमा दर्ज कराने व तत्काल प्रभाव से निलंबित करने की मांग की। इसके साथ ही परिजनों ने खुद की सुरक्षा के लिए शस्त्र लाइसेंस की मांग उठाई। परिजनों के अनुसार सीएम ने भरोसा दिया कि दोषी बख्से नहीं जाएंगे। बतादें १ अप्रैल शहर को आबूनगर नई बस्ती में एक जमीन को लेकर सशस्त्र लोगों ने राजस्व टीम के साथ धावा बोल दिया था। गोलीकांड में राम नारायण यादव की मौके पर मौत हो गयी थी। लेकिन हमले में शामिल अनेक भूमाफियाओं की पुलिस न तो गिरफ्तारी कर पाई और न ही प्रशासन की तरफ से राजस्व टीम पर ठोस कार्रवाई की गयी। सदर विधायक विक्रम सिंह का कहना था कि अफसरों की लापरवाही के चलते सरकार की किरकिरी हो रही है, इसलिए पूरा मामला सीएम तक पहुंचाया गया है। ताकि वास्तविक गुनहगारों पर कार्रवाई हो सके। उन्होंने बताया कि पीड़ित परिवार के संग उनकी भी यही मांग है कि प्रकरण में शामिल तहसीलदार जेपी पांडेय, कानूनगो सदर राकेश श्रीवास्तव व लेखपाल ओम प्रकाश तथा अनुपम को तुरंत निलंबित करके इनकी भूमिका की जांच कराई जाए। दोषी पाए जाने पर इनके खिलाफ भी मुकदमा दर्ज कराया जाए। फिलहाल जिला अधिकारी कुमार प्रशांत ने आज ही लेखपाल अनुपम को निलंबित कर दिया है और बताया है जिन जिन कर्मचारियों की संलिप्तता पाई जाएगी। उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी