फतेहपुर। न्यूज़ वाणी नफीस जाफरी फतेहपुर सदर कोतवाली क्षेत्र के आबू नगर नई बस्ती रामनरायण हत्याकाण्ड के नामजद एक और आरोपी ने पुलिस को चखमा देकर न्यायालय मे आत्मसमर्पण कर दिया। जहां से आरोपी को जेल भेज दिया गया।
बताते चले कि एक अप्रैल को आबूनगर नई बस्ती मे भूमाफियाओें द्वारा जमीनों पर कब्जा किये जाने के विरोध मे रामनाराण की हत्या कर दी गयी थी। मृतक राम नारायण के परिजनों की तहरीर पर अतीक अहमद खान, शमीम बाबू घोसी के तीनों पुत्र शहनवाज समेत अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर कार्यवाही की गयी जिसमे मुख्य आरोपी शमीम को पुलिस ने गाड़ी सहित गिरफ्तार किया था जबकि अतीक अहमद ने पुलिसिया सख्ती के बावजूद न्यायालय मे सरेंडर कर दिया। वहीं अतीक की निशानदेही पर पुलिस ने उसके भाई बिलाल को भी गिरफ्तार करने मे सफलता हासिल की थी एक अन्य आरोपी शाहनवाज ने कोलकाता के एक मामले मे न्यायालय मे सरेन्डर कर दिया परन्तु पुलिस की पकड़ से अब तक दूर रहे मुच्छू एवं बाबू घोसी के तीनों पुत्रों को पकड़ने के लिए पुलिस टीमों द्वारा लगातार छापेमारी की जा रही थी। गिरफ्तार करने मे नाकाम रही पुलिस ने 82 की कार्यवाही करते हुए डुग्गी पिटवाकर कुर्की की कार्यवाही किये जाने की घोषणा व नोटिस चस्पा किया गया था। कुर्की की कार्यवाही से बचने के लिए अब तक पुलिस से छिपता फिर रहा आरोपी मुसद्दक हुसैन ने पुलिस को चकमा देते हुए न्यायालय के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। जहां से उसे न्यायिक अभिरक्षा मे लेते हुए जेल भेज दिया गया। मुच्छु की गिरफ्तारी के बाद एक बार फिर पुलिसिया कार्यशैली की पोल खुल चुकी है ऐसे मे पुलिस ने अपनी छवि सुधारने के लिए नामजद आरोपी बाबू घोसी के तीनों पुत्रों की गिरफ्तारी के लिए प्रयास तेज कर दिया है। वहीं 82 की कार्यवाही होने के बाद यदि बाबू घोसी के पुत्र पुलिस या न्यायालय के समक्ष आत्मसमर्पण नही करते तो 83 की कार्यवाही के तहत पुलिस द्वारा अभियुक्तों के घर एवं सम्पत्तियों की कुर्की करेगी। पुलिस द्वारा नामजद आरोपियों को पकड़ने के अलावा हत्या मे प्रयुक्त वाहनों को बरामद किया गया। वहीं हत्या मे प्रयुक्त हथियारों को कस्टडी मे लेने के लिए पुलिस द्वारा लगातार कार्य किया जा रहा है परन्तु अन्य आरोपियों को गिरफ्तार करना अभी तक पुलिस के लिए चुनौती बना हुआ है।