आजादी के बाद से अभी भी यमुना कटरी के लोग धूल भरी सड़कों पर चलने को मजबूर

फतेहपुर।न्यूज़ वाणी नफीस जाफरी फतेहपुर आजादी के 70 वर्ष बीत जाने के बाद भी यमुना कटरी क्षेत्र के आधा दर्जन से ज्यादा गांवों को जाने वाली सड़क धूल भरी दिख रही है इन गांव के ग्रामीण आज भी उसी कच्ची सड़क से आवागमन कर रहे हैं। इन ग्रामीणों को आज तक पक्की सड़क नसीब नही हुई है। बताते चले कि रामपुर मजरा बहियापुर (मदद अली) से रायपुर भसरौल के लिए जाने वाला अंजना भैरवां सम्पर्क मार्ग के समीप गांव बहियापुर क्षत्रिय डेरा, रघुवर का डेरा, शिव प्रसाद का डेरा, चायरन का डेरा, बहरिन डेरा, चुरियानी डेरा, कुम्हारन डेरा, मटिया, सरकंडी के लोगों को जाने के लिए आजादी से अब तक सम्पर्क मार्ग पक्का नही हो सका है। उक्त गांव के ग्रामीण आज भी धूल भरी सड़कों मे चलकर किसी तरह से गुजर बसर कर रहे हैं जबकि आजादी के बाद से अब तक विभिन्न दलों की सरकारें केन्द्र तथा प्रदेश मे शासन कर चुकी है लेकिन यमुना कटरी के उक्त संपर्क मार्ग को आज तक पक्का नही किया गया है जिससे लोगों को आने जाने मे कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। बरसात के अलावा किसी तरह से लोग इस रास्ते से गुजर कर अपना सफर तो जरूर तय कर लेते हैं लेकिन बारिश के दिनों मे काफी परेशानी उठानी पड़ती है। भारतीय जनता पार्टी की सरकार केन्द्र मे बने हुए लगभग चार साल हो रहे हैं और प्रदेश मे सरकार का कार्यकाल एक साल से ज्यादा हो रहा है लेकिन स्थिति यह है कि इस सड़क के निर्माण के लिए किसी की निगाहें नही गयी हैं। जबकि ग्रामीणों ने केन्द्रीय मंत्री व सांसद साध्वी निरंजन ज्योति तथा विधायक श्रीमती कृष्णा पासवान से इस संपर्क मार्ग के निर्माण के लिए कई बार कहा है लेकिन आज तक इस मार्ग के निर्माण के लिए कई बार कहा है लेकिन आज तक इस सम्पर्क मार्ग का निर्माण नही कराया जा सका है। गांव के निरंजन, शिव प्रसाद, कंचन, रामराज, शिव बोधन, चंद्र प्रकाश, शिवदर्शन, भोला आदि लोगों ने बताया कि सबसे ज्यादा परेशानी बरसात के दिनों मे होती है। सांसद विधयक से कहने के बाद भी इस सड़क का निर्माण नही कराया गया है। जबकि सड़क निर्माण के लिए कई बार अधिकारियों को भी शिकायती पत्र ग्रामीणों ने दिया है लेकिन कोई सुनवाई नही हुई है।

Leave A Reply

Your email address will not be published.