लखनऊ । पहले दोस्ती की फिर शादी कर साथ जीने मरने की कसमें खाई, कुछ ही साल हुए थे कि उससे मन मचला तो दूसरी लड़की को जाल में फंसाकर प्रेम विवाह कर लिया। बात यहा थमी ही नहीं थी कि दो साल बाद ही उसने तीसरा विवाह भी रचा लिया। खास बात यह रही कि पहली से लेकर तीसरी पत्नी को एक-दूसरे के बारे में कोई जानकारी नहीं थी। पर एकाएक फेसबुक पर फेंड बनी दो सहेलियों ने अपने पतियों के बारे में बातें और उनकी तस्वीरें शेयर की तो सारी प्रेम परतें खुल गईं। बातों-बातों में पता चला कि सहेलिया दोस्त ही नहीं वह एक दूसरे की सौतन हैं। दूसरी पत्नी ने पति को बहाने से राजधानी बुला और उसे पीटकर हवालात पहुंचा दिया। यह किसी फिल्म की कहानी नहीं हकीकत है। ठाकुरगंज गढ़ी पीर खा निवासी अफशा ने बताया कि एक मैट्रीमोनियल साइट के जरिए 28 अगस्त 2016 में उसका विवाह राजस्थान के भीलवाड़ा गुल अली नगरी गली नंबर छह निवासी समीर अहमद खान के साथ हुआ था। समीर कृष्णानगर स्थित एक रियल स्टेट कंपनी में एकाउंटेंट है। समीर उसे यहा बसंत बाग अंबरगंज में एक किराए के मकान में रखे था। वह कभी उसे राजस्थान नहीं ले गया।अफशा ने बताया कि 15 दिन पहले यासमीन पठान नाम की महिला की फेसबुक पर फेंड रिक्वेस्ट आई थी। यासमीन से बात होने पर उसने बताया कि वह राजस्थान की है और उसके पति का नाम समीर अहमद खान है। अफशा को उत्सुकता हुई क्योंकि उसके भी पति का यही नाम था। दोनों ने पतियों की फोटो शेयर की तो हकीकत सामने आई। यासमीन ने बताया कि छह फरवरी 2018 को उसका विवाह समीर के साथ हुआ था। आशका पर दोनों ने और पड़ताल शुरू की तो जानकारी हुई कि समीर की एक पत्नी और है जिसका नाम नेहा है।समीर ने आठ साल पहले उसके साथ विवाह किया था। नेहा से समीर को तीन बच्चे हैं। अफशा ने बताया कि 15 दिन पहले समीर आफिस टूर बताकर राजस्थान गया था। रविवार को उसने समीर को फोन किया कि उसकी तबीयत खराब हो गई तुरंत चले आओ। मंगलवार शाम को समीर गढ़ी पीर खा पहुंचा। जहा अफशा और उसके परिवारीजनों ने उसें जमकर पीटा और इसके बाद ठाकुरगंज थाने लेकर पहुंचे।अफशा के मुताबिक समीर ने पहली मुलाकात में बताया था कि माता पिता की मौत हो चुकी है। परिवार में एक बहन है जो सउदी में रहती है। अफशा ने बताया कि यासमीन को भी समीर ने यही बातें बताकर अपने प्रेम जाल में फंसाया और शादी कर ली थी। नेहा को चचेरे भाई की पत्नी बताता था। अफशा ने बताया कि समीर के पास नेहा का फोन आया करता था। वह जब पूछती थी तो चचेरे भाई की पत्नी बताकर टाल मटोल करता था। यही बात वह नेहा को यासमीन का फोन आने पर बताता था। चूंकि यासमीन राजस्थान चित्तौड़ गढ़ की रहने वाली है। उससे जब नेहा के बारे में पता कराया गया तो उसने अपने घर वालों के जरिए नेहा की डिटेल इकट्ठा की। डिटेल में उन्हें एक राशन कार्ड मिला। जिसमे नेहा और उसके तीन बच्चों की डिटेल थी। जिससे तीसरी शादी के बारे में जानकारी हुई। इसके बाद उसके परिवारीजन समीर के मोहल्ले और मिलने वालों से मिले तो और पुख्ता सबूत मिल गए। टूर के बहाने यासमीन से की शादी अफशा ने बताया कि समीर जनवरी में टूर बताकर घर से निकला था और बाइक भी ले गया था। बाइक राजस्थान में छोड़ दी। वहा यासमीन से शादी की और कृष्णानगर में एक मकान में रखे था। 13 अप्रैल को यासमीन को राजस्थान ले गया था। 15 दिन पहले बनी थी फेंडः अफशा ने बताया कि 15 दिन पहले उसके पास यासमीन की फ्रेंड रिक्वेस्ट फेसबुक पर आई थी। फिर दोनों में बात शुरू हो गई। दोनों ने अपने पतियों के बारे में बात की तो परत दर परत खुलती गई। खाते में मंगवाता था रुपये, हुआ शक अफशा ने बताया कि समीर ने उसके खाते में कई बार यासमीन से रुपये मंगवाए। इसके अलावा कई बार नेहा को उसने रुपये भेजे। यह बात खटकती रहती थी। वह यासमीन से रुपये मंगाकर उन्हें अपने खर्च में प्रयोग करता था। कई बार दोनों के बैंक खातों में रुपयों का आदन-प्रदान किया गया। यासमीन के खाते से कई बार नेहा को रुपये ट्रासफर किए, जिससे उनका शक गहराता गया।